बड़ी खबर: यहां भी 8 ट्रैकर समेत 11 लापता, हेलीकॉप्टर समेत SDRF की टीम रवाना..

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Hillvani-Trakking-Uttarakhand

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उत्तरकाशी: उत्तराखंड में जहां एक ओर बारिश ने तबाही मचाई है वहीं उत्तरकाशी से 11 ट्रेकरों के लापता होने की खबर आ रही है। हर्षिल-छितकुल (हिमाचल प्रदेश) के लखमा पास गए दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स सहित 11 लोग लापता होने की सूचना है। ट्रैकर्स के लापता होने की सूचना स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी की ओर से जिला प्रशासन को दी गई है। जिसके बाद आज हेलीकॉप्टर सहित एसडीआरएफ की टीम ट्रैकर्स के खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हो गई है।

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जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बीती 14 अक्टूबर को दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स के साथ 17 सदस्यीय दल हर्षिल-छितकुल से लखमा पास के लिए रवाना हुआ था। छितकुल के समीप पहुंचे पोर्टरों से मिली जानकारी के अनुसार इन ट्रैकर्स में दो ट्रैकर्स घायल हैं। स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी ने घटना की सूचना आज बुधवार को जिला आपदा प्रबधन विभाग की दी। सूचना के आधार पर एक हेलीकॉप्टर सहित एसडीआरएफ की टीम ट्रैकर्स के खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हो गई है। ताजा स्थिति रेस्क्यू टीम के मौके पर पहुंच कर ही स्पष्ट हो पाएगी।

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लापता ट्रैकर की पहचान
1- अनीता रावत – उम्र 38 साल – दिल्ली निवासी।
2- मिथुन दारी – उम्र 31 साल – पश्चिम बंगाल निवासी।
3- तन्मय तिवारी – उम्र 30 साल – कोलकाता निवासी।
4- विकास – उम्र 33 साल – कोलकाता निवासी।
5- सौरव घोष – उम्र 34 साल – कोलकाता निवासी।
6- रिचर्ड मंडल – उम्र 30 साल – कोलकाता निवासी।
7- सुकेन मांझी – उम्र 43 साल – कोलकाता निवासी।
8- देवेंद्र – उम्र 37 साल – पुरोला उत्तरकाशी निवासी।
9- ज्ञानचंद – उम्र 33 साल – पुरोला उत्तरकाशी निवासी।
10- उपेंद्र – उम्र 32 साल – पुरोला उत्तरकाशी निवासी।

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साथ ही आपको बता दें कि 15 अक्टूबर को भी तीन पोर्टरों के साथ आईटीबीपी की टीम भारत-चीन सीमा स्थित नीलापानी चौकी से सीमा के लिए रवाना हुई थी। इस टीम में उत्तरकाशी जनपद के तीन पोर्टर भी थे। गश्त के बाद टीम वापस लौटी। टीम के साथ पोर्टर भी वापस लौट रहे थे, लेकिन 17 अक्तूबर को बर्फबारी होने के कारण पोर्टर आईटीबीपी की टीम से बिछड़ गए। आईटीबीपी की टीम ने पोर्टरों को तलाश करने के लिए 18 और 19 अक्तूबर को राहत-बचाव अभियान चलाया। लेकिन पोर्टरों का कोई पता नहीं चल पाया। पोर्टरों की तलाश के लिए 18 अक्तूबर को पांच अन्य पोर्टर को भी संसाधनों सहित भेजा गया है। लेकिन इन पोर्टरों से भी आईटीबीपी की टीम का संपर्क नहीं हो पा रहा था। जिसके बाद नीलापानी चौकी से भी आज की सुबह 20-20 आईटीबीपी जवानों की टीम खोज और बचाव के लिए रवाना हुई है।

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