‘जान बचानी है तो 3 करोड़ दो’, तीसरी कक्षा के छात्र की डॉक्टर को धमकी। पूछताछ में जवाबों से पुलिस को भी हैरत में डाला…

0
third grade student threatens doctor hillvani news

third grade student threatens doctor hillvani news

नैनीतालः जनपद से एक अजब गजब मामला सामने आया है जो रोचक भी है और चिंताजनक भी है। नैनीताल पुलिस ने बीते बुधवार को 9 मई की शहर के रामपुर रोड स्थित गर्व डायग्नोस्टिक सेंटर एंड हॉस्पिटल के मालिक व ईएनटी विशेषज्ञ डाॅ. वैभव कुच्छल से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में हापुड़ उत्तर प्रदेश के एक कारपेंटर के 10 वर्षीय पुत्र के शामिल होने का सनसनीखेज खुलासा किया था। ईएनटी सर्जन डॉ. वैभव कुच्छल से तीन करोड़ की रंगदारी मांगने वाला और कोई नहीं बल्कि तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला एक बच्चा निकला। पुलिस ने रंगदारी मामले का खुलासा करने का दावा करते हुए बताया कि दस साल के इस बच्चे ने मजाक-मजाक में एक अनजान नंबर मिला दिया था। हालांकि डॉ. कुच्छल पुलिस के खुलासे से सहमत नहीं हैं।

यह भी पढ़ेंः इंडिया पोस्ट में निकली बंपर पदों पर भर्ती, उत्तराखंड के युवा जल्द करें अप्लाई।

आपको बता दें कि रामपुर रोड मानपुर उत्तर स्थित निजी अस्पताल के संचालक डॉ. वैभव कुच्छल के पास सोमवार शाम एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी और न देने पर उनके बेटे के अपहरण की धमकी दी थी। इस घटना से जिले भर में खलबली मच गई थी। एसएसपी ने डॉक्टर के घर पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी। सर्विलांस से कॉल करने वाले की लोकेशन हापुड़ की मिली तो पुलिस टीम हापुड़ रवाना कर दी गई। कोतवाली पुलिस और एसओजी ने हापुड़ की एक कॉलोनी में दबिश देकर मंगलवार रात एक फर्नीचर कारोबारी को पकड़ लिया। पूछताछ में पता चला कि फोन कारोबारी ने नहीं बल्कि उनके 10 साल के बेटे ने किया था। पिता को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस दोनों को साथ लेकर रात में ही हल्द्वानी आ गई।

यह भी पढ़ेंः त्रियुगीनारायण मंदिर पहुंचे पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, मैनेजर की शादी में हुए शामिल…

बालक ने अपनी मां के मोबाइल से किया कॉल
पुलिस टीम द्वारा बालक से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि सोमवार शाम उसके माता-पिता घर पर नहीं थे। उस वक्त उसने मजाक मजाक में अपनी मां के मोबाइल से कॉल की। उसने टोनी कक्कड़ का गाना सुन रखा था। टोनी के ‘नंबर लिख’ शीर्षक वाले गाने में एक लाइन है, नंबर लिख 98971 हमको अंग्रेजी आती है कम, डम डिगा डम डिगा डम…। डॉक्टर वैभव कुच्छल का मोबाइल नंबर भी 98971…21 है। इस पर कॉल लगने पर उसने मजाक में ही रंगदारी की बात कह दी। बच्चे ने जिस मोबाइल से कॉल किया पुलिस ने उसे कब्जे में ले लिया है। पुलिस ने डॉक्टर के सामने भी बच्चे से पूछताछ की। बच्चे ने वह पूरा डायलॉग भी बोला, जो उसने फोन पर डॉक्टर से कहा था।

यह भी पढ़ेंः चंपावत उपचुनावः CM धामी के चुनाव प्रचार में पहुंचेंगे CM योगी सहित कई दिग्गज, स्टार प्रचारकों की सूची जारी.

बालक बोला दिमाग के डॉक्टर होते तो मुझे समझते
रंगदारी मामले में पूछताछ के लिए लाए गए दस साल के बालक से महिला पुलिस ने पूछा कि क्या उसे पता था कि उसने डॉक्टर को फोन किया है। इस पर वह बोला कि उसने तो सिर्फ मजाक मजाक में प्रैंक किया था। वैभव अंकल डॉक्टर हैं, यदि दिमाग के डॉक्टर होते तो उसे समझ जाते, गले के डॉक्टर हैं इसलिए मेरे गले पड़ गए। पूछताछ से बच्चा झुंझलाया हुआ लग रहा था। बालक ने बताया कि वह हापुड़ के एक कान्वेंट स्कूल में कक्षा तीन का छात्र है। हर कक्षा में नंबर वन आने के कारण उसे क्लास टीचर ने हेड ब्वॉय बना दिया।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा 2022: जल्द आने वाला है रिजल्ट, मूल्यांकन कार्य पूरा। इस तिथि तक घोषित होगा रिजल्ट..

मोबाइल गेम और यूट्यूब में है अव्वल नंबर
घर में वह मां के मोबाइल पर गेम खेलता है। जिस गेम की कीमत 650 रुपये है, उसे भी वह मुफ्त में डाउनलोड कर लेता है। जो बच्चा गेम में अव्वल नंबर पाता है, उसे मुफ्त में गेम की सुविधा गूगल से मिल जाती है। उसने यह भी बताया कि वह साथियों के साथ फुटबाल खेलना पसंद करता है। उसे दुनिया के जाने-माने खिलाड़ी रोनाल्डो बहुत पसंद हैं। उनकी टीशर्ट का नंबर 07आर है। इस बीच एक पुलिसकर्मी के कहने पर कुछ ही देर में बालक ने उसका यू-ट्यूब पर चैनल बना दिया। बच्चे की बातों और तकनीकी ज्ञान को देखकर पुलिसकर्मी भी हैरत में पड़ गए। बच्चे के पिता का कहना था कि वह मोबाइल या यू ट्यूब के बारे में अधिक नहीं जानते हैं। वह बेटे को अपना मोबाइल भी नहीं देते हैं लेकिन वह अपनी मां के मोबाइल पर गेम खेलता रहता है।

यह भी पढ़ेंः सुबह बासी मुंह पानी पीना आपकी सेहत के लिए ठीक है या नहीं? जानें फायदे और नुकसान..

पुलिस के खुलासे पर डॉक्टर ने उठाए सवाल
हालांकि डॉक्टर बच्चे की आवाज और मोबाइल पर सुनी गई आवाज को एक नहीं मान रहे हैं। उन्होंने पुलिस से मामले की गहन जांच करने की मांग की है। इधर सीओ भूपेंद्र सिंह धोनी और कोतवाल हरेंद्र चौधरी का कहना है कि सर्विलांस के आधार पर घटना का सटीक खुलासा किया गया है। जिस नंबर से कॉल की गई उस नंबर का मोबाइल भी बरामद कर लिया है। बालक को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया गया। कमेटी ने काउंसिलिंग के बाद उसे उसके पिता की सुपुर्दगी में दे दिया है। डॉ. वैभव कुच्छल ने पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बच्चे की आवाज में कॉल कर रंगदारी मांगी गई थी। बदमाश ने उनके बेटे के अपहरण करने की भी धमकी दी थी। बच्चे की बनावटी आवाज में कॉल की गई। पुलिस की गिरफ्त में आए दस साल के बालक की आवाज उससे नहीं मिल रही है। उनका कहना है कि पुलिस मामले का स्पष्ट खुलासा करे और साजिश के पीछे कौन-कौन शामिल हैं, उन्हें गिरफ्तार करे।

यह भी पढ़ेंः जल्द लगने वाला है चंद्र ग्रहण, आपके लिए शुभ रहेगा या अशुभ। जानें राशि के अनुसार..

पुलिस जांच करे तो अन्य पहलू भी आ सकते है सामने
डॉ. वैभव कुच्छल मूल रूप से मुजफ्फरनगर (यूपी) जिले के नई मंडी के रहने वाले हैं। 2007 में डॉक्टर की मां विजय लक्ष्मी कुच्छल की घर में हत्या कर बदमाशों ने लूटपाट की थी। इस घटना में तीन बदमाश पकड़े गए थे। डॉक्टर का आरोप है कि मां की हत्या का भी यूपी पुलिस ने सही खुलासा नहीं किया था। उस घटना से रंगदारी मांगने के तार जुड़े हो सकते हैं। मामले में पुलिस को अभी अन्य पहलुओं पर भी जांच करनी चाहिए कि आखिरी इसके पीछे कौन लोग थे। यह घटना साधारण नहीं है। पुलिस जांच करे तो अन्य पहलू भी सामने आ सकते हैं।

यह भी पढ़ेंः द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट खोलने की प्रक्रिया 15 मई से होगी शुरू..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X