उत्तराखंडः राज्यसभा सीट के लिए कौन होगा भाजपा उम्मीदवार? दौड़ में ये शामिल, जुलाई में खाली हो रही सीट..
उत्तराखंड में रिक्त हो रही एकमात्र राज्यसभा सीट पर प्रत्याशी चयन के लिए सत्ताधारी भाजपा जल्द ही सभांवित प्रत्याशियों की एक सूची बनाकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भेजेगी। चार जुलाई को खाली होने जा रही राज्यसभा की सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी में भागदौड़ शुरू हो गई है। फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के नाम के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी विधानसभा सीट छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी का नाम इस दौड़ में आगे माना जा रहा है। हालांकि राज्य से बाहर के पार्टी के एक बड़े नेता को भी उत्तराखंड के कोटे से राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा है, लेकिन भाजपा का स्थानीय नेतृत्व फिलहाल लोकल चेहरे पर ही अडिग है।
यह भी पढ़ेंः आखिर क्यों? फिर ट्रोल हो रहे हैं अक्षय कुमार, लोगों ने उड़ाया खिलाड़ी कुमार का मजाक…
कांग्रेस कोटे से राज्यसभा सांसद का कार्यकाल समाप्त, भाजपा उत्साहित
इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने दोहराया कि राज्यसभा सीट के लिए राज्य से स्थानीय नेताओं के नाम का ही पैनल हाईकमान को भेजा जाएगा। प्रत्याशी चयन पर अंतिम फैसला हाईकमान का होगा। राज्यसभा की तीन सीटों में इस वक्त दो भाजपा और एक कांग्रेस के पास है। कांग्रेस कोटे से राज्यसभा गए प्रदीप टम्टा का कार्यकाल चार जुलाई को खत्म होने जा रहा है। विधानसभा में सदस्य संख्या के लिहाज से इस सीट का भाजपा के पास आना तय है। इसलिए भी भाजपा के नेता अपनी दावेदारी को लेकर काफी उत्साहित हैं।
यह भी पढ़ेंः आज है शनिश्चरी अमावस्या, करें ये उपाय। शनि होंगे मेहरबान, मान सम्मान और धन में होगी वृद्धि…
राज्यसभा भेजने के लिए इन नामों पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार वर्तमान में भाजपा में स्थानीय स्तर पर कुछ प्रमुख नाम पिछले काफी समय से राज्यसभा जाने का सपना संजोए हुए हैं। वर्ष 2016 में कांग्रेस की बगावत के सूत्रधार रहे पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा का दावा सबसे मजबूत माना जा रहा है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी कतार में हैं। इनके साथ संगठन के प्रदेश महामंत्री अनिल गोयल का नाम भी चर्चाओं में है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी विधानसभा सीट छोड़ने वाले कैलाश गहतोड़ी का नाम भी इस दौड़ में माना जा रहा है। अब देखना यह होगा कि भाजपा हाईकमान किस को प्रदेश से राज्यसभा भेजती है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण खबर, नई गाइडलाइन जारी…
बाहरी नेता का प्रयोग रहा निराशाजनक
उत्तराखंड कोटे की सीट से बाहरी नेताओं को राज्यसभा भेजने का प्रयोग उत्तराखंड के लिए ज्यादा फायदेमंद नहीं रहा है। भाजपा और कांग्रेस से दिग्गज नेता सुषमा स्वराज, संघप्रिय गौतम, सत्यव्रत चतुर्वेदी, कैप्टन सतीश शर्मा उत्तराखंड से राज्यसभा गए थे। लेकिन उनके कार्यकाल में राज्य को कोई लाभ नहीं मिला। सबसे कड़वा अनुभव कांग्रेस की ओर से राज्यसभा गए राज बब्बर के साथ रहा। 14 मार्च 2015 से 25 नवंबर 2020 तक राज्यसभा सांसद रहे राज बब्बर, कभी भी उत्तराखंड की भावनाओं के साथ पूरी तरह जुड़े दिखाई नहीं दिए। उन्होंने अपनी निधि से भी दूसरे प्रदेशों में काफी काम कराए। आपदा के वक्त भी उन की अनुपस्थिति सुर्खियों में रही।
यह भी पढ़ेंः साल 2022 का पहला सूर्यग्रहण कल, जानें समय, सूतक काल व सबकुछ..