उत्तराखंडः डिजिटल विलेज के रूप में विकसित हो रहा यह चर्चित गांव, अब मिलेंगी ये सुविधाएं..
प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए गांवों को इंटरनेट की सुविधा से जोड़ने तथा गांवों में डिजिटल सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने डिजिटल विलेज योजना शुरू की है। इस योजना के तहत सरकारी सेवाओं से सम्बंधित ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट खोलने के लिए फार्म भरने तथा आनलाइन पेमेंट जैसी सुविधाएं डिजिटल की जानी हैं। साथ ही टेली मेडिसिन सेवा, दूर शिक्षा सेवा और कौशल विकास सेवाओं से भी जोड़ा जाएगा। इस कड़ी में उत्तराखंड में टिहरी जनपद के नरेंन्द्रनगर ब्लाक के ओंणी गांव में डिजिटल विलेज की राह में एक कदम आगे बढ़ाया है। ओंणी गांव में अब क्यूआर कोड के माध्यम से स्वच्छता शुल्क तथा अन्य कर जमा किए जा रहे हैं।
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जी-20 सम्मेलन के दौरान आया चर्चाओं में
नरेंद्रनगर ब्लाक का ओंणी गांव इस वर्ष मई व जून माह में उत्तराखंड को मिली जी-20 की मेजबानी के दौरान चर्चाओं में रहा। दरअसल जी-20 सम्मेलन में पहुंचे विदेशी मेहमान ओणी गांव के भ्रमण के लिए पहुंचे थे। ओणी गांव को एक आदर्श गांव के रूप में विकसित किया गया। जिसके तहत ओणी गांव में स्मार्ट स्कूल, स्मार्ट आंगनबाड़ी, डिजिटल व आधुनिक सुविधाओं से लैस पंचायत भवन, संग्राहालय, विपणन केंद्र आदि तैयार किए गए। आधुनिक गांव का यह स्वरूप विदेशी मेहमानों को खूब भाया। इसके बाद यह गांव पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
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डिजिटल विलेज के रूप में होगा विकसित
टिहरी जनपद का यह पहला गांव है, जिसे डिजिटल विलेज के रूप में विकसित किया जा रहा है। पहले चरण में यहां डिजिटल लेनदेन की सुविधा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए ग्राम पंचायत के बैंक खाते का क्यूआर कोड तैयार किया गया है, जिसमें सभी तरह के शुल्क और लेनदेन डिजिटल माध्यम से किए जा सकते हैं। गांव में भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों से दस रुपये प्रतिव्यक्ति की दर से स्वच्छता शुल्क लिया जाता है। इसके लिए गांव के प्रवेश द्वार पर ही क्यूआर कोड लगाकर पर्यटकों से पंचायत के बैंक खाते में धनराशि जमा कराई जाती है।
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पर्यटकों को उपलब्ध कराई जाएगी सभी सुविधाएं
ग्राम पंचायत से जारी होने वाले विभिन्न प्रमाण पत्रों के लिए लिया जाने वाला शुल्क भी क्यूआर कोड की मदद से सीधे बैंक खाते में जमा किया जाता है। इस शुल्क से पर्यटकों को गांव में शुद्ध पेयजल, पार्किंग, शौचलाय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती हैं। 820 नागरिकों की आबादी वाले डिजिटल विलेज ओंणी में अब शीघ्र ही दूसरे चरण में हाईस्पीड इंटरनेट, निशुल्क वाई-फाई, स्मार्ट क्लासेज, बैंक खाते खोलने तथा टेलीमेडिसिन की सेवाएं विकसित करने की योजना है। गांव का पांचायत भवन भी इंटरनेट और फाइबर से जोड़ा गया है, यहां स्मार्ट टीवी, प्रोजेक्टर व अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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