विधायक अनशन पर बैठ खोलेंगे सरकार की पोल, लगाए ये आरोप। पढ़ें क्यों..

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Hillvani-Manoj-Rawat-Uttarakhand

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रुद्रप्रयाग: विवादों से दूर रहने वाले और अपने शान्त स्वभाव के लिए जाने जाने वाले केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठने की धमकी दी है, विधायक अकेले नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी उनके साथ अनशन में साथ देगें। विधायक ने सरकार पर उनकी विधायक निधि खर्च न होने देने के गंभीर आरोप लगाये हैं। दरअसल केदारनाथ विधायक ने अपनी विधानसभा के सभी अस्पतालों में मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए दून मेडिकल कॉलेज को करीब डेढ़ करोड़ की धनराशी आवंटन की स्वीकृति दी लेकिन सरकार ने उनकी विधायक निधी खर्च नहीं होने दी।

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केदारनाथ विधायक मनोज रावत का कहा है कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत व तत्कालीन स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी से चर्चा के बाद दून मेडिकल कॉलेज को एजेन्सी बनाकर मेडिकल उपकरण खरीदने के लिए अपनी विधायक निधि से डेढ़ करोड़ रूपये की स्वीकृति जारी की थी, जिसपर स्वास्थ्य मंत्री की भी पूरी सहमति थी। दून मेडिकल कॉलेज द्वारा इस धनराशि से 500 एमए की एक्स-रे मशीन सीएचसी अगस्त्यमुनि के लिए, 300 एमए की एक्स-रे मशीन पीएचसी उखीमठ के लिए, सभी छोटे अस्पतालों के लिए 5 पैरा मॉनीटर, बड़े अस्पतालों के लिए डीफेबरीवेटर, 6 ईसीजी मशीनें समेत मेडिकल उपकरण खरीदे जानें थे। जिसके लिए बकायदा दून मेडिकल कॉलेज द्वारा टेंडर प्रक्रिया भी जारी कर दी गयी थी। 

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विधायक ने आरोप लगाया कि इस मामले में राज्य सरकार की मंशा गलत थी, राज्य सरकार न तो केदारनाथ विधानसभा के अस्पतालों में खुद मेडिकल उपकरण दे पायी और न ही मेरी विधायक निधि को मेडिकल उपकरण खरीदने के अनुमति दे पायी, जबकि नियमानुसार विधायक अपनी विधायक निधी को खर्च करने का पूरा अधिकार रखता है, विधायक ने कहा कि मेरी मंशा थी कि मेरे विधानसभा के सभी अस्पताल आधुनिक मेडिकल उपकरणों से लैंस हों, लेकिन राज्य सरकार की गलत मंशा से इसमें जानबूझकर लेटलतीफी की जा रही है। 

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विधायक ने कहा कि पूर्व में बिना किसी एजेन्सी के रुद्रप्रयाग में खरीदें गये वेन्टीलेटर खराब हो चुके है, ऐसे में मैने विधानसभा समेत कई मंचों से इस पर आपत्ति दर्ज की थी, और मांग की थी कि मंहगे मेडिकल उपकरणों की खरीददारी में जिम्मेदारी एजेन्सी को भी साथ लिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार को ये बात बुरी लगी, इस कारण जानबूझ कर मेरे क्षेत्र के विकास में रूकावट डाली गयी है। विधायक ने चेतावनी दी कि जल्द ही वे इस मामले को लेकर देहरादून में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ अनशन पर बैठ सरकार की पोल खोलेंगे। 

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