Covishield Side Effects: कोविशील्ड लगवाने वालों को क्या डरना चाहिए? पैनिक न हों, रुटीन में करें ये बदलाव..

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क्‍लॉट की वजह से हार्ट अटैक, ब्रेन स्‍ट्रोक, ब्रेन हेमरेज समेत कई तरह की जानलेवा स्थितियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए अगर इस समस्‍या से बचाव करना है, तो जरूरी है कि वो तरीके और आदतें जिंदगी में शामिल की जाएं, जिनके कारण खून पतला रहे और शरीर में रक्‍त का प्रवाह अच्‍छे से होता रहे।

Covishield Side Effects. Hillvani News

Covishield Side Effects. Hillvani News

Covishield Side Effects: 2019 में जब कोरोना की चपेट में हर रोज लाखों लोग आ रहे थे, तभी दुनियाभर में कोडिव से बचाव के लिए कई वैक्सीन बनाए गए। ब्रिटेन की कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोविड शिल्ड नाम की वैक्सीन बनाई। भारत समेत दुनियाभर में कोविड शिल्ड वैक्सीन लोगों को लगाई गई। कोरोना महामारी में भारत में 90 फीसदी से ज्‍यादा लोगों को लगाई गई कोविशील्‍ड वैक्‍सीन सवालों के घेरे में आ गई है। इसे बनाने वाली कंपनी एस्‍ट्रेजेनेका ने ब्रिटिश हाईकोर्ट में इसके खराब साइड इफैक्‍ट ब्‍लड क्‍लोटिंग (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) की बात कुबूली है, जिससे दुनियाभर में इस वैक्‍सीन को लगवाने वाले लोगों में डर पैदा हो गया है। भारत में न केवल इस वैक्‍सीन पर तमाम सवाल उठ रहे हैं बल्कि इसे बनाने वाली भारतीय कंपनी सीरम इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंडिया भी कटघरे में है। अब इसको लेकर एस्ट्राजेनेका ने स्वीकारा है कि उसकी बनाई वैक्सीन से लोगों को कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन से शरीर में खून के थक्के जमने की संभावना है। भारत में 90 फीसदी से ज्‍यादा लोगों को लगाई गई है। इस खुलासे के बाद कोविशील्ड पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। लोग कोरोना के बाद हार्ट अटैक के केस बढ़ने की वजह भी कोडिशिल्ड को बता रहे हैं। वैक्सीन सरकार के द्वारा लगवाई गई थी। इसलिए इसको लेकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन से TTS (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) की समस्या हो सकती है। इस बीमारी से शरीर में ब्लड क्लोट बनने लगता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि इस वैक्‍सीन को लगे 3 साल से ज्‍यादा का समय हो गया है।

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पैनिक न हों, रुटीन में करें ये बदलाव…Covishield Side Effects
TTS (थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम) वो स्थिति है जिसमें शरीर में खून के थक्के जम जाते हैं और प्लेटलेट्स की संख्या गिर जाती है। हालांकि इस मामले में एक्सपर्ट का कहना है कि इस कोविशील्‍ड के मामले में बहुत पैनिक होने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि वैक्‍सीन के बाद TTS की स्थिति अति दुर्लभ मामलों में सामने आने की बात कही गई है। वैक्सीन का असर 1 लाख लोगों में से दो पर होने की बात कही गई है, जो .0002 परसेंट है। ऐसे में इस बात को लेकर टेंशन लेने से अच्‍छा है कि हम और आप ये समझें कि शरीर में क्‍लॉट बनता किस वजह से है और इससे बचा कैसे जाए क्‍योंकि क्‍लॉट बनने की समस्‍या आपकी तमाम आदतों की वजह से भी हो सकती है।
क्‍लॉट बनने की वजह। Covishield Side Effects
शरीर में क्‍लॉट बनने की वजह खून का गाढ़ा होना है। इसके अलावा ब्‍लड सर्कुलेशन ठीक से न होना, लंबे समय तक असंतुलित भोजन लेना, सिगरेट आदि की लत वगैरह-वगैरह। क्‍लॉट की वजह से हार्ट अटैक, ब्रेन स्‍ट्रोक, ब्रेन हेमरेज समेत कई तरह की जानलेवा स्थितियां पैदा हो सकती हैं। इसलिए अगर इस समस्‍या से बचाव करना है, तो जरूरी है कि वो तरीके और आदतें जिंदगी में शामिल की जाएं, जिनके कारण खून पतला रहे और शरीर में रक्‍त का प्रवाह अच्‍छे से होता रहे।

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खून को पतला करने के लिए क्‍या करें…Covishield Side Effects
1- सबसे पहले अपनी डाइट में फैट का इनटेक कम करें।
2- वजन को कंट्रोल रखें।
3- ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी पीएं।
4- नमक का सेवन कम करें। खासकर अगर आप बीपी के पेशेंट हैं तो।
5- फिजिकल एक्टिविटीज बेहद जरूरी है। कम से कम 30 से 40 मिनट रोजाना धीमी गति से चलें।
6- प्राणायाम और व्‍यायाम को लाइफस्‍टाइल का हिस्‍सा जरूर बनाएं।
7- बाहरी फूड को खाने के शौकीन हैं, तो इस आदत को कंट्रोल करें।
8- सिगरेट, शराब आदि से परहेज करें। सिगरेट से भी खून गाढ़ा और चिपचिपा होने का रिस्‍क बढ़ता है।
9- बीपी, कोलेस्‍ट्रॉल, शुगर, हार्ट या कोई अन्‍य गंभीर बीमारी है, तो समय-समय पर जांच कराते रहें।
10- अगर कोई दवा चल रही है, तो समय पर लें। लापरवाही न करें।
11- दवा को अपने मन से अचानक न छोड़ें। किसी तरह की समस्‍या है तो विशेषज्ञ से परामर्श करें।
12- अधिक मिर्च मसाले वाली चीजें खाने से परहेज करें।
13- हरी सब्जियां और फल आदि को डाइट में शामिल करें।
14- रोज रात को हल्‍के गुनगुने पानी में पैर डालें।
15- अर्जुन की छाल और दालचीनी मिलाकर काढ़ा पीएं।

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इन बातों का रखें विशेष ध्यान। Covishield Side Effects
रोजमर्रा की जिंदगी में हम अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर सकते हैं जिससे इस समस्या से बचा जा सकता है।
एक्सरसाइज- शरीर को स्वस्थ्य और एक्टीव करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। एक्सरसाइज करने से ब्लड फ्लो बढ़ता है। एक्सरसाइज हार्ट से शरीर के चारों ओर तेजी से ब्लड पंप करने में मदद करता है। इससे ब्लड क्लोटिंग की समस्या कम होती है।
क्रॉस करके ना बैठें- लंबे समय तक पैरों को क्रोस करने ना बैठे। समय समय पर थोड़ा टहल लें या पैरों को हिलाते रहें। लंबे समय तक एक जगह बैठने से शरीर में ब्लड क्लोट की समस्या बढ़ सकती है।
विटामिन-K- ब्लड क्लोट की समस्या होने पर डाइट में विटामिन K शामिल करें। विटामिन K शरीर के अंदर ब्लड को जमने नहीं देता। साथ ही शरीर के बाहर ब्लड बहने नहीं देता।
एक्टिव रहें- ब्लड क्लॉटिंग को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है एक्टिव रहना। एक्टिव रहने से बॉडी में हेल्दी ब्लड सर्कुलेट होता है। बेहद जरूरी है कि आप सुबह जल्दी बिस्तर से उठें और फिजिकल एक्टिविटी करते रहें।
हाइड्रेटेड रहें- शरीर में ब्लड क्लॉटिंग को रोने के लिए बेहद जरूरी है कि आप अच्छी मात्रा में पानी पिए। शरीर में सही मात्रा में पानी ब्लड की चिपचिपाहट को कम करता है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो ब्लड गाढ़ा हो जाता है, जिससे थक्के बनने की समस्या हो सकती है।
नोट- शरीर में समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

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कोविशील्ड को लेकर मोदी सरकार पर बरसीं प्रियंका गांधी। Covishield Side Effects
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने कोविड वैक्सीन (Corona Vaccine) के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोला और दावा किया कि वैक्सीन लेने वाले कई स्वस्थ युवाओं को दिल का दौरा पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार भ्रष्ट है। सरकार ने लोगों के साथ धोखा किया है। प्रियंका ने कहा, ‘क्या आपको याद है कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर किसकी फोटो थी? मोदी जी की फोटो थी या नहीं? हाल ही में एक रिपोर्ट आई है कि वैक्सीन लेने वाले लोगों को हार्ट अटैक आ सकता है। स्वस्थ युवाओं को हार्ट अटैक आ रहा है, वे बीमार नहीं हैं। यह वैक्सीन के कारण हुआ, ये सभी वैक्सीन एक ही कंपनी द्वारा बनाई गई थीं, जिसने मोदी जी को 52 करोड़ रुपये का दान दिया था। उन्होंने आगे कहा कि सच्चाई यह है कि चाहे वह टीके के माध्यम से हो, किसी पर छापा मारकर दान लेना हो, या किसी के खिलाफ मामला दर्ज करना और बाद में उसे वापस लेना हो, ऐसे कई उदाहरण हैं। सच्चाई यह है कि यह सरकार भ्रष्ट है। उनके अरबपतियों के साथ मजबूत संबंध हैं। उन्होंने उन लोगों से दान लिया, जिन्होंने कोरोना ​​​वैक्सीन बनाई। प्रियंका ने आगे कहा कि बीजेपी चुनावी बांड स्कीम नाम से एक योजना लेकर आई, जिसके जरिए उन्होंने सभी से चंदा लिया। मोदी सरकार ने नौकरी के अवसर नहीं बढ़ाए, महंगाई अब तक के उच्चतम स्तर पर है और परिवार के बीमार सदस्य का इलाज कराना एक समस्या है। अगर कांग्रेस की गारंटी राज्य में लागू नहीं की गई होती, तो आपका जीवन भी बाकी लोगों की तरह ही कठिन होता। केंद्र सरकार को गहराई से समझने के लिए, आपको यह समझना होगा कि उनका ध्यान कहां है।

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कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से गायब हुई पीएम मोदी की तस्वीर? Covishield Side Effects
वहीं देश में विवाद बढ़ता देख कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को हटा दिया गया है। कोरोना महामारी के दौर में वैक्सीनेशन करवाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सर्टिफिकेट जारी किए गए थे, जिस पर नीचे की ओर पीएम मोदी की तस्वीर होती थी. तस्वीर में ‘Together, India will defeat COVID-19’ कैप्शन होता था। हालांकि, अब कैप्शन तो मौजूद है, लेकिन पीएम मोदी की फोटो नदारद है। दरअसल, संदीप मनुधाने नाम के एक एक्स यूजर ने अपने कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट की तस्वीर शेयर करते हुए बताया कि इस पर से पीएम की फोटो को हटा दिया गया है। उन्होंने लिखा, “मोदी जी अब कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर नजर नहीं आ रहे हैं। इसे चेक करने के लिए अभी वैक्सीन सर्टिफिकेट डाउनलोड किया, उनकी तस्वीर इस पर से गायब हो चुकी है।” अब ऐसे में सवाल उठाता है कि आखिर पीएम मोदी की तस्वीर को कोविड सर्टिफिकेट पर से क्यों हटाया गया है।

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