Health Tips: दांतों की समस्यओं को न करें नजरअंदाज, ऐसे करें देखभाल। जानें खास टिप्स..
Dental Health Tips: स्वस्थ सेहत के लिए दांतों को स्वस्थ रखना जरूरी है। दांत साफ, सुंदर और मजबूत बने रहें तो चेहरा सुंदर दिखाई देता है और शरीर भी स्वस्थ और मजबूत बना रहता है, क्योंकि हम जो कुछ भी खाते हैं, उसे दांतों से चबाते हैं और जितनी अच्छी तरह से चबाते है, उतना ही हाजमा दुरुस्त रहता है। शुरुआत से ही दांतों की देखभाल की जाए तो आने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। हम शरीर को स्वस्थ रखने और सुंदर दिखाने के लिए जितनी मेहनत करते हैं, कई बार उतनी ही लापरवाही दांतों की देखभाल करने में दिखा देते हैं। डॉक्टर के मुताबिक दांतों से संबंधित समस्या के कई कारण हो सकते हैं, जैसे पायरिया, टॉर्टर, कैविटी आदि।
आपको बता दें कि बदलते लाइफस्टाइल का जितना असर हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है, उतना ही हमारी दातों की सेहत पर भी पड़ता है। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि दांतों से जुड़ी परेशानियां किसी उम्र विशेष से जुड़ी हुई नहीं होती हैं। इनका खास ध्यान न रखा जाए तो बच्चों और बड़ों किसी को भी इनसे जुड़ी दिक्कतों से जूझना पड़ सकता है। डेंटल हेल्थ संबंधी रिपोर्ट के मुताबिक शरीर के अन्य हिस्सों की तरह ही थोड़ी सावधानी रखकर हम दांतों की समस्या को दूर कर उन्हें सड़ने से बचा सकते हैं। ज्यादातर लोग दांतों के दर्द या उनसे जुड़ी परेशानियों को नजरअंदाज कर देते हैं या कई बार बिना समस्या की तह तक पहुंचे खुद ही घरेलू उपचार करने लगते हैं।
दांतों से जुड़ी परेशानियां
कैविटी होना: दांतों में कैविटी का मुख्य कारण खाने की चीजों का जमना व बैक्टीरिया का पनपना होता है। इसके लक्षणों की बात की जाए तो अगर दांतों में दर्द महसूस हो रहा है या काले धब्बे दिखाई दे रहे हैं तो ये कैविटी हो सकती है। इससे बचने के लिए डेंटल एक्सपर्ट्स खाना खाने के बाद कुल्ला करने की सलाह देते हैं।
मसूड़ों से खून आने की समस्या: मसूड़ों की ढंग से सफाई न होना और उनमें गंदगी जमी रह जाने के कारण मसूड़ें अस्वस्थ हो जाते हैं। इसकी शुरुआत मसूड़ों में सूजन होने से होती है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दातों की नियमित सफाई करने से पायरिया या मसूड़ों की सूजन व उनसे खून आने जैसी दिक्कत को रोका जा सकता है।
दांतों में झनझनाहट होना: एक्सपर्ट्स के मुताबिक इसका मुख्य कारण गलत तरीके से ब्रश करना और खाना खाते समय गलत तरीके से चबाना है।
दांतों की अच्छी हेल्थ के लिए क्या करें?
1) मुलायम ब्रश का इस्तेमाल करें और दांतों को रगड़े नहीं।
2) अच्छे टंग-क्लीनर से जीभ की ठीक से सफाई करें ताकि उसके ऊपर बैक्टीरिया न पनप सकें और मुंह से बदबू न आए।
3) अधिक मात्रा में मीठी या शुगर युक्त चीजें खाने से बचें।
4) पर्याप्त मात्रा में फलों का सेवन करें।
5) खूब सारा पानी पीएं।
6) दांतों में किसी भी तरह की दिक्कत महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।
दांत क्यों होते हैं खराब
जब दांत पर अम्ल का हमला होता है तो दांत की ऊपरी परत यानी एनेमल समय के साथ साथ हटनी शुरू हो जाती है। इस के बाद दूसरी परत यानी डैंटीन भी हटनी शुरू हो जाती है। फिर नस यानी पल्प अम्ल के संपर्क में आ सकती है। तब रूट कैनाल के उपचार की जरूरत पड़ती है।
बीमारी पनपने के क्या हैं संकेत
ठंडे या गरम पदार्थ से दांतों में तकलीफ महसूस होना, दांत का दर्द जो आता व जाता है, ऐसा दर्द जो रात को जगाए रखता है और जबड़े में या चारों ओर सूजन होना आदि दांतों में रोग के पनपने के इशारे हैं।
दांतों को हेल्दी रखने के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स
दहीः दही को कैल्शियम का अच्छा सोर्स माना जाता है। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार है। दांतों को स्वस्थ रखने के लिए आप दही को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
पालकः पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है। पालक को न्यूट्रिएंट्स का भंडार कहा जाता है। पालक पूरे शरीर के लिए लाभदायक मानी जाती है। पालक का सेवन कर आप दांतों को हेल्दी और चमकदार रख सकते हैं।
अंडाः अंडे में प्रोटीन, कैल्शियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार माने जाते हैं। अंडे को डाइट में शामिल कर दांतों को मजबूत रख सकते हैं।
अमरूदः अमरूद को विटामिन सी का अच्छा सोर्स माना जाता है। अमरूद दांतों को मजबूत बनाने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं अमरूद के सेवन से दांतों को साफ भी रखा जा सकता है।
Disclaimer: HillVani लेख में जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है। इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों व दावों की भी पुष्टि नहीं करता है। इनको केवल सुझाव के रूप में लें। इस तरह के किसी भी उपचार / दवा / डाइट पर अमल करने से पहले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।