दहशत: गुलदार का आतंक, आंगन से बच्चा हुआ एकाएक गायब। खोजबीन जारी..
नैनीताल: पहाड़ों से लेकर तराई क्षेत्रों में जंगली जानवरों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जहां पहाड़ों में गुलदार का आतंक बढ़ता जा रहा है वहीं मैदानी क्षेत्रों से भी इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक हर जगह गुलदार द्वारा की जा रही घटनाओं की दुःखद खबर लगातार सामने आ रही हैं। प्रदेश में मानव वन्य जीव संघर्ष की घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है आए दिन वन्यजीवों के हमले का शिकार मासूम लोगों को होना पड़ रहा है। अब उत्तराखंड के हल्द्वानी नैनीताल राजमार्ग पर ज्योलीकोट में समीपवर्ती गांव चोपड़ा में गुलदार की दहशत की खबर आ रही है जहां लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं। ज्योलीकोट के चोपड़ा गांव से शुक्रवार देर सांय दो वर्षीय बच्चा एकाएक लापता हो गया। इस बीच परिजनों ने आंगन में गुलदार भी देखा। जिसके बाद गांव में दहशत का माहौल बन गया। सूचना पर पहुंची पुलिस और ग्रामीणों ने क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया, लेकिन देर रात तक बच्चे का पता नहीं चल सका। आशंका जताई जा रही है कि गुलदार बच्चे को उठा ले गया है।
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जानकारी के अनुसार भानू राणा और मीना राणा अपने दो बच्चों के साथ चोपड़ा मटियाली गांव में रहते हैं। शुक्रवार देर शाम सात बजे उनके बच्चे पीयूष (4) और राघव (2) आंगन में खेल रहे थे। इसी बीच पीयूष के रोने पर परिजन और ग्रामीण वहां पहुंचे तो आंगन से गुलदार दौड़ता हुआ नजर आया। दो वर्षीय राघव भी वहां नहीं था। इस बात की सूचना पर वन विभाग व पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों के साथ आसपास के क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया। लेकिन देर रात तक बच्चे का पता नहीं चल सका। इससे पूर्व दोपहर बाद भी ग्रामीणों ने गांव में गुलदार देखा था। बार-बार देखे जाने पर आशंका जताई जा रही है कि गुलदार बच्चे को उठा ले गया है। ज्योलीकोट चौकी इंचार्ज नरेंद्र कुमार व वनक्षेत्राधिकारी भोपाल सिंह मेहता समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारियों की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। देर रात कालाढूंगी के विधायक प्रतिनिधि विकास भगत भी चोपडा पहुंचे। उन्होंने बच्चे के परिजनों से बात केवल उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने पुलिस और वन विभाग के लोगों से बातचीत की।