राजनीति: हरदा का एलान, ढाई से 3 साल में गैरसैंण शिफ्ट कर देंगे राजधानी। BJP से पूछे ये सवाल..
देहरादून: कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने गैरसैंण के मुद्दे पर भाजपा को कठघरे में खड़ा किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण के नाम पर भाजपा प्रदेश की जनता के साथ छलावा कर रही है। हरीश रावत ने कहा कि वर्ष 2022 में सत्ता में आने पर ढाई से तीन वर्ष में गैरसैंण में अवस्थापना विकास और ढांचागत सुविधाएं जुटाने के बाद राजधानी वहां शिफ्ट कर देंगे। हरीश रावत ने कहा कि गैरसैंण में विधानसभा भवन का निर्माण म्यूजियम बनाने के लिए नहीं किया गया है।
यह भी पढ़ें: Vote करें👉: उत्तराखंड में आप 2022 में किसकी सरकार चाहते है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कहा कि 29 नवंबर को सत्र के पहले दिन कांग्रेस गैरसैंण में भव्य रैली निकालकर सरकार को चेेताने का काम करेगी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी होने के बावजूद वहां शीतकाल में सत्र आयोजित करना सरकार की नियत पर बड़े सवाल खड़े करता है। इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा गैरसैंण के मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड स्पष्ट है। पार्टी की नियत पर किसी को भी शंका नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नौ माह पूर्व भाजपा के ही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने सत्र के दौरान गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने की घोषणा की थी, लेकिन तब से अब तक मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य सचिव तक और मंडलायुक्त से लेकर आयुक्त तक को तो छोड़ो एक अदना कर्मचारी भी गैरसैंण नहीं गया। ऐसे में सरकार की घोषणा पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तरकाशी: प्रभारी मंत्री ने राज्य आन्दोलनकारी को किया सम्मानित, शहीदों को किया याद..
हरीश रावत ने गैरसैंण को लेकर उठाए कई सवाल
सवाल 1- पिछले पांच साल में सरकार ने गैरसैंण में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए कितना काम किया?
सवाल 2- कांग्रेस सरकार में घोषित भराड़ीसैंण टाउनशिप प्रोजेक्ट पर सरकार ने क्या काम किया?
सवाल 3- गैरसैंण में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए घोषित 57 हजार करोड़ रुपये का बजट कहां गया?
सवाल 4- कांग्रेस सरकार में सचिवालय और 500 आवासीय भवनों के लिए जिलाधिकारी के खाते में दिए गए 57 करोड़ रुपये डाले गए थे, उन पैसों का क्या हुआ?
सवाल 5- गैरसैंण विकास परिषद कहां है और वह क्या भूमिका निभा रही है?
सवाल 6- गैरसैंण को जोड़ने के लिए घोषित छह प्रमुख सड़कों पर कितना निर्माण हो चुका है?
सवाल 7- भराड़ीसैंण को दोबारा डिनोटिफाई करने के बाद वहां किन किन लोगों ने कितनी-कितनी जमीनें खरीदी हैं?
सवाल 8- भराड़ीसैंण अवस्थापना विकास निगम की वर्तमान स्थिति क्या है?
यह भी पढ़ें: बड़ी खबर: मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड दिवस पर की कई बड़ी घोषणाएं, पढ़िए पूरी खबर..
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड दिवस: खूब हुई सियासत पर न बनी पाई स्थायी राजधानी, न रुका पलायन। शिक्षा स्वास्थ्य सेवा भी बदहाल..