उत्तराखंडः युवाओं के लिए अच्‍छी खबर, खुलेंगे 30 इंक्यूबेशन सेंटर। Startup शुरू कर युवा भरेंगे उड़ान..

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उत्तराखंड सरकार युवाओं में उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप पर जोर दे रही है। इसके लिए प्रदेश में एक पूरा पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया गया है। युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने में सहयोग करने के लिए अभी तक 13 इंक्यूबेटर की स्थापना को मंजूरी दी जा चुकी है। अब सरकार की योजना राज्य में 30 नए इंक्यूबेशन खोलने की है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को स्टार्टअप खोलने में सहायता मिल सके। प्रदेश सरकार इस समय नए नवाचार व उद्योगों को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकार ने स्टार्टअप नीति 2022 बनाई है। इस नीति का लक्ष्य स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र का विकास, विश्व स्तरीय संस्थागत बुनियादी ढांचे का निर्माण व युवाओं को प्रोत्साहित करना है।युवा इसमें अपने नवाचार को छोटी पूंजी से भी शुरू कर सकते हैं। युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने में सहयोग करने के लिए सरकार ने इंक्यूबेंशन सेंटर स्थापित किए हैं।

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क्या है इंक्यूबेशन सेंटर
किसी भी स्टार्टअप को प्लान करने से पहले इनक्यूबेशन सेंटर के बारे में जानना बहुत जरूरी है। इनक्यूबेशन सेंटर को सरल शब्दों में कहें तो यह एक ऐसा संस्थान है जहां पर स्टार्टअप को सभी प्रकार की सुविधाएं और सहयोग प्रदान किया जाता है। इनक्यूबेशन सेंटर में स्टार्टअप के लिए टेक्निकल सपोर्ट, लीगल डॉक्यूमेंटेशन सपोर्ट, नेटवर्क, बिजनेस कनेक्शन, काम करने के लिए वर्किंग स्पेस और सबसे खास बात सीड फंडिंग यानी शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराते हैं। कुल मिलाकर यदि आपके पास कोई आईडिया है तो इंन्क्युबेशन सेंटर आप को गोद ले लेते हैं। आपके स्टार्टअप को अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए जो भी जरूरी है, सभी प्रकार की मदद करते हैं। यह सरकारी और प्राइवेट दोनों हो सकते हैं। स्टार्टअप को मदद के बदले इनकी कोई शर्त भी हो सकती है।

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13 इंक्यूबेशन सेंटर खोलने की अनुमति दी जा चुकी
इस कड़ी में प्रदेश में 13 इंक्यूबेशन सेंटर खोलने की अनुमति दी जा चुकी है। अभी प्रदेश में 144 मान्यता प्राप्त स्टार्टअप हैं। प्रदेश सरकार की योजना अगले पांच वर्षों में प्रदेश में 1000 स्टार्टअप को बढ़ावा देने की है। इसके लिए सरकार ने हर जिले में कम से कम एक और पूरे राज्य में 30 इंक्यूबेशन सेंटर खोलने का लक्ष्य रखा है। यह इसलिए ताकि युवाओं को अपने स्टार्टअप शुरू करने में कोई परेशानी न उठानी पड़े।
10 लाख रुपये तक की एकमुश्त सीड फंडिंग
सरकार मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को 10 लाख रुपये तक की एकमुश्त सीड फंडिंग दे रही है। नए इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना के लिए एक करोड़ और मौजूदा इंक्यूबेशन सेंटर के विस्तार के लिए 50 लाख रुपये तक का पूंजीगत उपादान देने की योजना भी बना रही है।

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