जल्द हो सकता है चुनाव की तारीखों का ऐलान, ऑनलाइन चुनाव और वर्चुअली हो सकती हैं रैलियां
उत्तराखंड समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां लगभग पूरी होने की खबर है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग अब कभी भी विधानसभा तारीखों का ऐलान कर सकता है। मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार फरवरी-मार्च में उत्तरप्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग लगातार बैठकों के जरिए तैयारियों की समीक्षा कर चुका है। राज्यों में भी मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन हो चुका है।
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रिपोर्टस् में बताया जा रहा है कि आयोग ने संबंधित राज्यों में समीक्षा बैठकों के बाद तारीखें तय कर ली हैं। जिनका अब ऐलान होना बाकी है। रिपोर्टस् के अनुसार इलेक्शन कमीशन ने सभी राज्यों में मतदान के चरणों को भी तय कर लिया है। संभावना है कि यूपी में 8, पंजाब में 3, में में मणिपुर में दो और उत्तराखंड व गोवा में एक-एक चरण में मतदान हो सकता है।
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बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई 2022 में समाप्त हो रहा है। जबकि अन्य चार राज्यों में विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च महीने में खत्म होगा। जिसके मद्देनजर केंद्रीय चुनाव आयोग फरवरी और मार्च के बीच चुनाव निपटा लेना चाहता है। उधर, कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए माना जा रहा है कि चुनाव आयोग राजनीतिक रैलियों के लिए कड़े नियम कायदे तय कर सकता है। उत्तराखंड में मतदाताओं को भी ग्लब्स पहनकर मतदान करने की बात कही जा रही है। जो कि मतदान केंद्र पर मुहैया कराऐ जाएंगे।
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ऑनलाइन चुनाव और वर्चुअल हो सकती हैं रैलियां
वहीं आपको बता दें कि उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चुनाव और रैलियों को स्थगित करने को लेकर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई हुई हैं। कोर्ट ने उत्तराखंड चुनाव में रैलियां वर्चुअली और वोटिंग ऑनलाइन कराने को लेकर चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को 12 जनवरी तक जवाब देने के आदेश दिए हैं। याचिकाकर्ता ने बुधवार को कोर्ट में कहा था कि 3 जनवरी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद देहरादून के परेड ग्राउंड में रैली की थी। उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा कोविड नियमों के विपरीत की जा रही रैलियों की तस्वीरें संलग्न कर एक प्रार्थना पत्र पेश किया। कहा कि रैलियों से कोरोना संक्रमण फैलने की पूरी आशंका है।