अगले 2 दिन बर्फबारी की संभावना, सर्द हवा से बढ़ी ठिठुरन। जानें आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम..
उत्तराखंड: प्रदेश में मौसम शुष्क है, लेकिन पारे में गिरावट आ रही है। पाला गिरने के कारण ठंड बढ़ गई है और चक्रवाती हवाओं के कारण कंपकंपी छूट रही है। खासकर सुबह और शाम को ज्यादातर इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिन मौसम का मिजाज ऐसा ही रहेगा। ठंड में और इजाफा हो सकता है। उत्तराखंड में दिन में चटख धूप खिल रही है, लेकिन सुबह-शाम ठंड बढ़ गई है। रात को पाला गिरने के कारण दुश्वारियां बढ़ गई हैं, जबकि मैदानों में भी हल्का कोहरा छा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार ज्यादातर शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य के करीब है, जबकि कहीं-कहीं न्यूनतम पारा शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
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प्रदेश में 15 दिसंबर के बाद बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। लेकिन, इससे पहले चक्रवाती हवाएं कंपकंपी बढ़ा सकती हैं। प्रदेश में 15 और 16 दिसंबर के लिए मौसम विभाग ने पहाड़ के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई है। इससे तापमान में गिरावट आ सकती है। हालांकि, इस दौरान पहाड़ के निचले इलाकों और मैदानी क्षेत्र में मौसम साफ रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों में इस समय कम धूप वाले स्थानों में पाला पड़ने से ठंड में इजाफा हुआ है। मैदानी इलाकों में सुबह शाम हल्का कोहरा और धुंध होने से धूप के ताप में कमी आई है।
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इससे अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले पांच छह दिन राज्य में बारिश का अनुमान नहीं है। हालांकि 15 और 16 दिसंबर को ऊंचे इलाकों में हिमपात हो सकता है। दिसम्बर में पिछले 12 दिनों के बीच राज्य में 11.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार,पहाड़ में पाला फसलों के लिए नुकसानदायक है। साथ ही इससे कम धूप वाली पहाड़ी जगहों पर यातायात में भी बाधा आ रही है। अत्यधिक पाला वाहन रपटने की वजह बन सकता है।
अभी अलाव की व्यवस्था नहीं
रात और सुबह पड़ रही ठंड ने सबसे ज्यादा फुटपाथ और सड़कों पर रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ाई हैं। फिलहाल अभी अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। हालांकि, रैन बसेरे खुले हुए हैं, जिससे बेघर और गरीब लोग ठंड के इस मौसम में अपना बचाव कर सके। वहीं, दिन में निकल रही धूप थोड़ा राहत जरूर पहुंचा रही है।
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नए साल के जश्न में मौसम देगा साथ
वहीं प्रदेश में नए साल के जश्न में मौसम भी लोगों का साथ देगा। प्रदेश के कई इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी के पहले सप्ताह में बारिश और बर्फबारी होने के आसार हैं। राज्य के तमाम पर्यटन स्थलों में हर साल बड़ी संख्या में लोग नए साल का जश्न मनाने पहुंचते हैं। बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पहुंचने वाले पर्यटकों की मुराद अक्सर पूरी हो जाती है। लेकिन, कभी-कभी उन्हें मायूस भी लौटना पड़ता है। लेकिन इस बार मौसम उनके नए साल के जश्न में कोई खलल नहीं डालेगा। उन्होंने बर्फबारी का लुत्फ लेने का मौका भी मिल सकता है।
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माह के आखिरी सप्ताह के दौरान बढ़ सकती है ठंड और बर्फबारी
राज्य के चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, उत्तरकाशी, टिहरी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय क्षेत्रों में दिसंबर में आखिरी सप्ताह के दौरान ठंड और बर्फबारी बढ़ सकती है। वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में पाला और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा भी बढ़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार दिसंबर और जनवरी में राज्य में सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है। इसी दौरान ज्यादातर इलाके में बर्फ भी गिरती है।