घनसाली विधानसभा में होगा रौचक चुनावी रण, बगावत से बिगड़े समीकरण..

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घनसाली: प्रदेश में विधानसभा चुनाव का माहौल है सभी प्रत्याशी पूरा जोर लगा रहे हैं विजय हासिल करने की। प्रदेश में कुछ दिनों बाद 14 फरवरी को मतदान होना है। जिसको लेकर सभी प्रत्याशी अपना जोर लगा रहे हैं। वहीं अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित घनसाली विधानसभा सीट कड़े मुकाबले के बीच फंसी हुई है। इस सीट पर भाजपा से शक्ति लाल शाह, कांग्रेस से धनी लाल शाह से लेकर कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय भीम लाल आर्य और भाजपा से बगावत कर दर्शन लाल आर्य दमखम से चुनावी समर में उतरे हुए हैं। जिससे घनसाली का चुनावी रण रोचक होता जा रहा है।

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घनसाली विधानसभा से प्रमुख रूप से चारों प्रत्याशियों के समर्थक मतदाताओं के घर-घर दस्तक देकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन मतदाता अभी अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं। जिससे सभी प्रत्याशियों की भी चिंताएं बढ़ गई हैं। घनसाली विधानसभा सीट 2012 में परिसीमन के बाद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हुए थी। आरक्षित होने के बाद हुए दो चुनाव में भाजपा प्रत्याशी 13 से लेकर 14 हजार वोटों से जीते हैं। लेकिन इस बार भाजपा और कांग्रेस से बागवत कर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने समीकरण बिगाड़ दिया है। भाजपा ने सिटिंग विधायक शक्ति लाल शाह को टिकट दिया है। जिससे नाराज भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक दर्शन लाल आर्य निर्दलीय चुनाव मैदान में डटे है। जबकि कांग्रेस ने पूर्व प्रमुख धनी लाल शाह को टिकट दिया है, तो पूर्व विधायक भीम लाल आर्य ने भी बगावत कर निर्दलीय ताल ठोक रहे है।

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वहीं भाजपा प्रत्याशी शक्ति लाल अपने कार्यकाल में किए विकास कार्यों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। तो वहीं इससे पहले दो बार चुनाव हार चुके कांग्रेस प्रत्याशी धनी लाल अपना अंतिम चुनाव बताकर वोटरों को भावनात्मक तरीके से लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। निर्दलीय भीम लाल आर्य 2012 से 2017 विधायक रहते हुए किए गए कार्यों के नाम पर वोट की अपील कर रहे हैं और नाराज भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ के संयोजक दर्शन लाल आर्य आने सामाजिक कार्यों और क्षेत्र के प्रति अपने समपर्ण के दम पर बल पर वोट की अपील कर रहे हैं। यहां से यूकेडी और आप समेत कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं। सभी प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर दस्तक देकर वोट मांग रहे हैं। लेकिन मतदाता अभी खामोश में हैं। अब ये तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा कि जनता किसको अपना आश्रीवाद देती है।

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घनसाली विधानसभा का संक्षिप्त विवरण
उत्तराखंड गठन के बाद अस्तित्व में आई घनसाली सीट पर पहली बार 2002 एनसीपी के और 2007 में कांग्रेस के टिकट बलवीर सिंह नेगी विधायक जीते। 2012 में आरक्षित होने के बाद भाजपा से भीम लाल आर्य और 2017 में भाजपा से ही शक्ति लाल शाह विधायक जीते। 
मतदाता-
महिला     46,165      
पुरुष      47,907 
कुल       94,052

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घनसाली विधानसभा क्षेत्र के मुख्य मुद्दे
बालगंगा विकास खंड का गठन, क्षेत्र में पॉलीटेक्निक, राजकीय महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे, उपकरण, डॉक्टरों की नियुक्तियां सहित सहसस्ताल, मासरताल, पांवली बुग्याल, खतलिंग, बुढ़ाकेदार समेत अन्य धार्मिक और रमणिक स्थलों को पर्यटन के रूप में विकसित करवाना, बालगंगा महाविद्यालय सेंदुल केमर का राजकीयकरण, भिलंगना के सीमांत क्षेत्रों में संचार सुविधाएं मुहैया करवाना।

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