उत्तराखंड: क्या नौकरी के सपने का रोड़ा बनेगा कोरोना? इन परीक्षाओं पर छा सकता है संकट..
उत्तराखंड: एक बार तो लगा कि अब कोरोना वायरस से पूरी दुनिया को निजात मिल जाएगी मगर ऐसा हुआ नहीं। लगातार नए-नए वेरिएंट और कोरोना के रोज बढ़ते मामलों ने कोविड महामारी की चिंताओं को बढ़ा दिया है। मार्च 2020 को शुरू हुआ सिलसिला अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने एक नई चुनौती पेश कर दी हैं। जबकि पूरी दुनिया का मेडिकल साइंस अभी एक ही गुत्थी सुलझाने में व्यस्त था तभी ओमिक्रोन एक नई आफत बनता हुआ दिखाई दे रहा है।विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने हाल ही में कहा कि दर्जनों महामारी से प्रभावित देशों ने ओमीक्रोन का मुकाबला करने के लिए प्रतिबंधों को फिर से लागू करना शुरू कर दिया। ओमिक्रोन नया और संभावित रूप से अधिक खतरनाक कोरोना वायरस का वेरिएंट है।
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नौकरियों के राह में रोड़ा बन सकता हैं ओमिक्रोन
यह खतरनाक कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन एक बार फिर प्रदेश के युवाओं बेरोजगारों की नौकरियों की राह में रोड़ा अटका सकता है। अगर कोरोना नियमों का सही से पालन किया गया तो, बेरोजगारों को झटका लग सकता है। उनकी नौकरी का सालों से चला आ रहा इंतजार और बढ़ सकता है। कोरोना के कारण करीब 2000 नौकरियों पर देरी की तलवार लटक रही है। दो हजार पदों के लिए होने वाली आगामी भर्तियों पर भी ब्रेक लग सकता है।
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यह बन सकते हैं कारण
इसके दो कारण हैं। पहला अधिकारियों की चुनाव में जिम्मेदारी मिलने के कारण अधिकारियों की व्यस्तता। क्योंकि आगमी साल में प्रदेश के विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसकी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। और दूसरा कारण कोरोना का खतरा हो सकता है। कोरोना की तीसरी लहर की पहले से ही आशंकाएं जताई जा रही हैं। हाल के दिनों में कोरोना टेस्टिंग बढ़ाए जाने के बाद कोरोना के मामलों में तेजी भी देखी गई है।
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इस भर्ती परीक्षा पर नहीं पड़ेगा असर
प्रदेश की सबसे बड़ी भर्ती पर इसका असर नहीं पड़ेगा। यह स्नातक स्तरीय परीक्षा 4 और 5 दिसंबर को तीन पालियों में आयोजित की जाएगी। इसके लिए पहले ही कार्यक्रम भी जारी हो चुका था। इसके साथ ही कुछ अन्य परीक्षाएं भी होनी हैं, जिनको लेकर अब तक यूकेएसएसएससी ने फिलहाल कोई डेट जारी नहीं की हैं। 12 नवंबर को होने वाली परीक्षा भी टल सकती है। हालांकि, इस परीक्षा के प्रवेश पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं।
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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अनुसार प्रदेशभर में स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड-19 के नियमों का पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी भी चल रही है। कुछ हफ्तों बाद अधिकारी-कर्मचारी भी चुनाव के कार्यक्रम में व्यस्त हो जाएंगे। ऐसे में बंदी रक्षक, पटवारी, लेखपाल समेत समूह ‘ग’ और अन्य विभागों में खाली पड़े पदों पर होने वाली करीब दो हजार पदों पर भर्तियों के लिए शारीरिक और लिखित परीक्षा पर असर पड़ सकता है।
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उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि भर्तियों को जल्द संपन्न करवाने के लिए आयोग की तैयारी पूरी है। हालांकि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के कारण ही कुछ बाधाएं आ सकती है। आचार संहिता और चुनाव से आगामी परीक्षाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालांकि अधिकारियों के चुनाव में व्यस्तता के चलते कुछ दिनों का व्यवधान हो सकता है। वहीं आगामी 4 और 5 दिसंबर को होने वाली परीक्षाएं निर्धारित समय पर कराई जाएंगी। इसके लिए एडमिट कार्ड भी जारी किए जा चुके हैं।