उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड रहेगी जारी, ठंड के साथ बिमारियों का हमला..

0

उत्तराखंडः पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने से मौसम का मिजाज बदल रहा है। मौसम में आए बदलाव के चलते गुरुवार को मैदानी क्षेत्रों में बारिश और पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार हैं। सुबह से देहरादून सहित अन्य इलाकों में मौसम आंख मिचौली खेल रहा है। वहीं ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी है। राज्य में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। बदरीनाथ धाम में जमकर बर्फबारी हो रही है। यमुनोत्रीधाम के साथ ही आसपास की चोटियो बंदरपूंछ, सप्त ऋषिकुंड, बालीपास, गरुड़ गंगा टॉप में बर्फबारी हो रही। जबकि धाम से लगे गांव खरशाली, जानकीचट्टी, नारायणपुरी, फूलचट्टी, बनास गांव क्षेत्र में भी हल्की बर्फ पड़ी है। मुनस्यारी में बुधवार रात से बारिश हो रही है और ऊंची चोटियों में हिमपात जारी है। यहां कालामुनि में 2 इंच, बेतूलीधार में 2 इंच और खलिया में 1 फिट बर्फ पड़ चुकी है। यह इस सीजन की 12वीं बर्फबारी है।

यह भी पढ़ेंः बीजेपी आज कर सकती है इन सीटों पर टिकटों का ऐलान..

वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक मौसम में बदलाव पश्चिमी विक्षोभ की आहट का असर है। शुक्रवार सुबह से पश्चिमी विक्षोभ मैदान से लेकर पहाड़ तक पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना है। अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में बारिश के साथ ही 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की पूरी संभावना है। राजधानी दून व आसपास के इलाकों में आसमान में बादल छाए रहेंगे। तेज गर्जना के साथ बारिश की संभावना है। अधिकतम तापमान 18 डिग्री व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री के आसपास रहेगा।

यह भी पढ़ेंः शिक्षा विभाग ने जारी किए ऑनलाइन क्लासेज के लिए 10 दिशा निर्देश..

कोहरे से ठंड से बीमारियों का हमला
मौसम के बदले मिजाज के चलते सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ ही उल्टी, दस्त से पीड़ित मरीजों की भीड़ सरकारी और निजी अस्पतालों में देखने को मिल रही है। पिछले पांच दिनों के भीतर दून अस्पताल, कोरोनेशन, गांधी शताष्ब्दी जैसे सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ में इजाफा हुआ है। विशेषज्ञों के मुताबिक फिलहाल मौसम के मिजाज दो देखते हुए थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक एवं वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. केसी पंत ने बताया कि अस्पताल में जितने मरीज इलाज कराने आ रहे हैं उसमें से ज्यादातर सर्दी, जुकाम, बुखार और डायरिया से पीड़ित हैं।

यह भी पढ़ेंः पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत नहीं लड़ेंगे चुनाव, आखिर क्यों?

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X