भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम घोषित..भाजपा ने खेला सहानुभूति कार्ड तो कांग्रेस का बसंत पर दांव..
उत्तराखंड में पांच सितंबर को होने वाला बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने से पहले ही दोनों राजनीतिक दल अपने पूरे दम-खम से मैदान में उतर गए हैं। कैबिनेट मंत्री और भाजपा के टिकट पर लगातार चार बार विधायक चुने गए चंदन रामदास का अप्रैल में बीमारी से निधन होने के कारण रिक्त हुई बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। चुनाव से ठीक पहले शनिवार को भाजपा ने 2022 विधानसभा चुनावों के कांग्रेस के पराजित प्रत्याशी रंजीत दास को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवा कर मुख्य विपक्षी दल को एक करारा झटका दिया। वहीं, कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी (आप) में सेंधमारी कर उनके नेता बसंत कुमार को पार्टी में शामिल कर अपने राजनीतिक नुकसान की कुछ भरपाई करने की कोशिश की। वहीं बागेश्वर उप चुनाव के लिए भाजपा ने और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषण कर दी है।
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कांग्रेस ने बसंत कुमार को बनाया प्रत्याशी
आम आदमी पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए बसंत कुमार को कांग्रेस ने बागेश्वर उपचुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने इसकी घोषणा की। बता दें कि रविवार को ही बसंत कुमार और 2022 के चुनाव में बगावत कर निर्दलीय ताल ठोकने वाले भैरव नाथ टम्टा रविवार को कांग्रेस में शामिल हुए थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी परिवार बढ़ रहा है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस विधानसभा उप चुनाव बड़े अंतर से जीतेगी क्योंकि भाजपा के राज में जनता त्रस्त है। खनन माफिया सरकार पर हावी हैं। भर्ती परीक्षाओं में धांधली हो रही है। यह सब मुद्दे उप चुनाव के प्रमुख मुद्दे होंगे। करन माहरा ने नगर की सीवरेज लाइन, चिकित्सकों की कमी समेत कई मुद्दे उठाए। कहा कि बागेश्वर की जनता समस्याओं से त्रस्त है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि बागेश्वर का उप चुनाव राज्य की दिशा और दशा तय करेगा। पूरे राज्य में भाजपा के खिलाफ माहौल है। इसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा। उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ गए रंजीत दास के लिए कहा कि उन्होंने गलत निर्णय लिया है, वहां उन्हें कभी मंजिल नहीं मिलेगी। कांग्रेस नेताओं ने भाजपा के कई कार्यकर्ताओं और नेताओं के भी कांग्रेस में शामिल होने का दावा किया है।
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भाजपा ने पार्वती दास को बनाया अपना प्रत्याशी
उत्तराखंड भाजपा ने बागेश्वर उपचुनाव में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी पर दांव लगाया है। सोमवार को केंद्रीय नेतृत्व ने उपचुनाव में पार्वती दास को भाजपा का प्रत्याशी घोषित किया। 16 अगस्त को नामांकन भरा जाएगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव प्रबंधन टोली ने राज्य संसदीय बोर्ड को पांच नाम भेजे जिनमें चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, बेटा गौरव दास, पार्टी के वरिष्ठ नेता जेसी आर्य, दीपा आर्य व मथुरा प्रसाद के नाम भेजे थे। लेकिन अब पार्टी ने पुरानी परंपरा के अनुसार ही सहानुभूति का दांव चला। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में चंपावत उपचुनाव की तर्ज पर पहले से अधिक रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। बागेश्वर की जनता कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति को दरकिनार कर अपने प्रिय नेता स्वर्गीय चंदन रामदास को ऐतिहासिक जीत के साथ श्रद्धांजलि देगी। बता दें कि उपचुनाव में पार्टी की जीत के लिए भाजपा ने संगठन, सरकार के मंत्री और सांसदों को झोंक दिया है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट को उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बागेश्वर विधानसभा में संगठन के चार मंडल हैं। पार्टी सांसद अजय भट्ट व अजय टम्टा को दो-दो मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है।
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