राजकीय शिक्षक संघ ने 35 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरने का किया ऐलान..

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Government Teachers Association announced a one-day strike

Government Teachers Association announced a one-day strike : उत्तराखंड में शिक्षकों का आंदोलन अब अपने पांचवें चरण की तरफ बढ़ गया है। वहीं सरकार की तरफ से अब तक इस पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई है। और इसको लेकर उत्तराखंड में राजकीय शिक्षक संघ ने 35 सूत्रीय मांगों को लेकर बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है। राजकीय शिक्षक संघ ने 30 अक्टूबर यानी आज सोमवार को एक दिवसीय धरने का ऐलान कर दिया है। शिक्षा संघ के आहान पर प्रदेश भर में एक दिवसीय धरना दिया जाएगा।

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बता दे कि इससे पहले पहले 19 सितंबर को संगठन ने चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की घोषणा की थी, इसके बाद 27 सितंबर को काली पट्टी बांधकर विरोध किया गया, तो वहीं 8 अक्टूबर को परेड ग्राउंड में विशाल जागरण रैली निकाली गई। इसके बाद 16 अक्टूबर को सभी जिलों में मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक दिवसीय धरना भी दिया गया। इस पर भी बात नहीं बनने के बाद 26 अक्टूबर को मंडल मुख्यालय में एक दिवसीय धरना किया गया। जबकि अब पांचवें चरण के तहत शिक्षा निदेशालय में धरना दिया जाएगा।

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यह है राजकीय शिक्षक संघ की 35 सूत्रीय मांग | Government Teachers Association announced a one-day strike

राजकीय शिक्षक संघ की 35 सूत्र मांगों में मुख्य तौर पर स्थानांतरण छूट में 40 फ़ीसदी दिव्यांग को भी शामिल किए जाने, एकल अभिभावक को भी स्थानांतरण में रियायत दिए जाने और विधवा के साथ विदुर को स्थानांतरण से मुक्त रखे जाने की मांग रखी गई है। उधर, 7000 फीट से ज्यादा और कम ऊंचाई वाले दुर्गम स्थानों की सेवा को एक्ट की धारा 20 का लाभ दिए जाने की भी मांग रखी गई है। राजकीय शिक्षक संघ की 35 सूत्र मांगों में ज्यादातर मामले स्थानांतरण से जुड़े हुए हैं। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कहा कि राज्य सरकार संघ की तरफ से किया जा रहे प्रदर्शनों को गंभीरता से नहीं ले रही है। जबकि अभी केवल पदाधिकारी ही किए जा रहे हैं धरने में शामिल हो रहे हैं। लेकिन आने वाले दिनों में आंदोलन को और तेज किया जाएगा इसमें प्रदेश भर से शिक्षकों को जोड़कर सरकार को ताकत भी दिखाई जाएगी।

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