मुख्यमंत्री के PRO का लैटर सोशल मीडिया पर वायरल। क्या चाहते हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी?

0

देहरादून: उत्तराखंड में कुछ भी हो सकता है ऐसा ही एक मामला सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पीआरओ का एक लैटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस लेटर को पढ़ कर आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी क्या चाहते हैं? मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पीआरओ का यह लैटर सामान्य नहीं है इसमें मुख्यमंत्री क्या चाहते हैं और क्या निर्देश दिए हैं यह भी सामान्य नहीं है। यह लैटर इस बात का गवाह है कि प्रशासनिक और क़ानूनी कार्रवाई में किस तरह से हस्तक्षेप किया जा सकता है। यदि इस लैटर में जांच कर उचित कदम उठाने के निर्देश दिए जाते तो भी ठीक था, लेकिन इसमें तो सीधे यह लिखा गया है कि मुख्यमंत्री जी के आदेश हैं इसलिए इन वाहनों के चालान को निरस्त कर दें।

यह भी पढ़ें: Fatty Liver Diet: क्या आपका लीवर फैटी हो गया है? तो डाइट में शामिल करें ये चीजों, मिलेगी राहत..

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जन संपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक को अपने लेटर हेड पर एक पत्र लिखा है, पत्र में मुख्यमंत्री के मौखिक आदेशों का हवाला देते हुए पुलिस द्वारा किए गए वाहनों का चालान निरस्त करने को कहा गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि ये तीनों वाहन बड़े ट्रक हैं और तीनों को खड़िया की खनन सामग्री से ओवरलोडेड होने के चलते पकड़ा गया है। मुख्यमंत्री ऑफिस से इनका चालान निरस्त करवाने के लिए भेजी गयी चिट्ठी कांग्रेस को एक नया मुद्दा दे सकती है, क्योंकि प्रदेश में अवैध खनन को लेकर कांग्रेस व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले से ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर पहले से हमलावर हैं। सभी जानते हैं कि बागेश्वर अल्मोड़ा में खड़िया का व्यापक पैमाने पर खनन होता है।

यह भी पढ़ें: अलविदा… बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी। नम आंखों से अंतिम विदाई, बेटियों ने दी मुखाग्नि..

मुख्यमंत्री के मौखिक निर्देशानुसार
आपको बता दें कि किसी वाहन का चालान करना एक ऑपरेशनल क़ानूनी प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया में किसी राजनेता, मुख्यमंत्री मंत्री या किसी बड़े अफसर का लिखित में किसी के पक्ष में कार्यवाही किए जाने को कहना गैरकानूनी होने के साथ ही अपने पद और अधिकारों का हनन करना माना जाता है। कहा जाए तो नैतिक तौर भी इसे सही नहीं माना जा सकता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पीआरओ नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के पुलिस अधीक्षक को अपने लेटर हेड पर एक पत्र लिखा है। जिसमें बिष्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का आदेश हुआ है कि 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस द्वारा वाहन संख्या यूके 02-सीए 0238, यूके 02-सीए 1238 और यूके 04-सीए 5907 का किया गया चालान निरस्त करने का कष्ट करें।

नोट:  Hillvani इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

विपक्ष का आरोप- मुख्यमंत्री पुलिस के कार्यों में भी करने लगे हैं हस्तक्षेप
पत्र की प्रति संभागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर को भी सूचनार्थ प्रेषित की गई है। यह पत्र एसएसपी बागेश्वर के नाम लिखा गया है। वहीं पत्र वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पूरे मामले में अधिकारी को बर्खास्त कर मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। सोशल मीडिया पर पत्र वायरल होने पर विपक्ष ने भी कड़ी प्रतिक्रिया शुरू कर दी है। पूर्व विधायक कपकोट ललित फर्स्वाण ने कहा कि मुख्यमंत्री पुलिस के कार्यों में भी हस्तक्षेप करने लगे हैं। उन्होंने प्रकरण की पूरी जांच करने की मांग की है।
नोट:  Hillvani इस पत्र की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X