उत्तराखंड में आफत की बारिश, मुख्यमंत्री धामी ने ली हाई लेवल मीटिंग। चारधाम यात्रा स्थगित..
उत्तराखंड में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगह बादल फटने से तबाही हुई है। कुछ लोगों की मौत की भी ख़बर है। चमोली, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, कोटद्वार, ऋषिकेश में हालात काफी खराब हैं। कोटद्वार में खोह नदी के किनारे कई घर बहने की भी ख़बर है। सभी नदियां उफान पर हैं जिससे हरिद्वार में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। ऋषिकेश में आबादी वाले इलाकों में पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। मौसम विभाग ने सावधान रहने की हिदायत दी है। आज और कल 7 जिलों में भारी बारिश की आशंका है जिससे मुसीबत और भी बढ़ने के आसार हैं। नदी, नालों में आए उफान से कई जगह पुल या तो बह गए हैं या टूट गए हैं। भूस्खलन की वजह से कुछ सड़कें भी टूटी हैं जबकि बहुत जगह सड़कें बंद हैं। पौड़ी में भी आसमानी आफत से भारी नुकसान और लोगों की मौत की ख़बर है।
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धामी की हाईलेवल मीटिंग, दिए निर्देश
आपदा के संकट के बीच सीएम धामी ने देहरादून में सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक की है और लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं। बारिश के रेड अलर्ट की वजह से चार धाम यात्रा भी 2 दिन तक स्थगित करने का फैसला लिया गया है। सीएम ने लोगों से सावधानी बरतने और सतर्क रहने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से मुस्तैद रहने और प्रभावितों की हल संभव मदद करने को भी कहा है। बैठक को लेकर सीएम ने कहा ‘उत्तराखण्ड में हो रही भारी बारिश के संबंध में शासकीय आवास पर उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों एवं वहां किए जा रहे राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
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जनपद पौड़ी में अतिवृष्टि के कारण कई लोगों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने हेतु प्रार्थना करता हूं। SDRF और जिला प्रशासन की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुई हैं, साथ ही घायलों को समुचित उपचार के भी निर्देश दिए हैं। स्थिति को देखते हुए 2 दिनों के लिए चारधाम यात्रा भी स्थगित कर दी गई है, सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि मौसम के अनुरूप ही यात्रा करें। बैठक के दौरान भारी बारिश के दृष्टिगत सभी अधिकारियों, SDRF की टीमों एवं राहत एवं बचाव में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने हेतु निर्देशित किया। प्रदेश में अत्यधिक वर्षा से उत्पन्न हर परिस्थिति की स्वयं भी मॉनिटरिंग कर रहा हूँ।’
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