तुंगनाथ के कपाट खुलते ही यात्रा पडावों पर लौटी रौनक, प्रतिदिन पहुंच रहे सैकड़ों तीर्थ यात्री..

0
As soon as the doors of Tungnath opened, the yatra returned to its glory Hillvani News

As soon as the doors of Tungnath opened, the yatra returned to its glory Hillvani News

ऊखीमठ। लक्ष्मण नेगीः तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलते ही तुंगनाथ यात्रा पडावों पर प्रतिदिन सैकड़ों तीर्थ यात्रियों की आवाजाही होने से रौनक लौटने लगी है। जिससे स्थानीय व्यापारियों, तीर्थ पुरोहित समाज व मन्दिर समिति के अधिकारियों, कर्मचारियों में भारी उत्साह बना हुआ है। साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में प्रतिदिन रुक-रूककर हो रही बारिश से चोपता – तुंगनाथ पैदल मार्ग के दोनों तरफ फैले सुरम्य मखमली बुग्यालों में अनेक प्रजाति के पुष्प खिलने से तुंगनाथ घाटी के प्राकृतिक सौन्दर्य पर चार चांद लगने शुरू हो गये हैं।

यह भी पढ़ेंः इंडिया पोस्ट में निकली बंपर पदों पर भर्ती, उत्तराखंड के युवा जल्द करें अप्लाई।

तुंगनाथ धाम में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना करने के साथ ही तुंगनाथ घाटी के प्राकृतिक सौन्दर्य का भरपूर लुफ्त उठा रहे हैं। तुंगनाथ घाटी के आंचल में बसे विभिन्न यात्रा पडावों पर भी तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही होने से विगत दो वर्षों से विरान पडे़ यात्रा पडाव गुलजार होने से व्यापारियों के चेहरे की रौनक लौटने लगी है। जानकारी देते हुए तुंगनाथ धाम प्रबन्धक बलवीर सिंह नेगी ने बताया कि तुंगनाथ में प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित कर रहे है तथा तुंगनाथ के कपाट खुलने के बाद तुंगनाथ में तीर्थ यात्रियों की आवाजाही निरन्तर जारी है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन दिन शाम के समय मौसम के मिजाज बदलने तथा बारिश होने से तापमान में गिरावट महसूस की जा रही है।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड: रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने का धमकी भरा पत्र मिला, DGP अशोक कुमार ने कहा..

स्थानीय व्यापारी दिनेश बजवाल ने बताया कि तुंगनाथ घाटी के यात्रा पडावों पर तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही होने से रौनक लौटने लगी है। प्रदीप बजवाल ने बताया कि भगवान तुंगनाथ के कपाट खुलने के बाद तुंगनाथ घाटी में तीर्थ यात्रियों व सैलानियों की आवाजाही में निरन्तर वृद्धि देखने को मिल रही है। तुंगनाथ धाम की यात्रा पर पहुंचे डाॅ0 प्रमोद रावत ने बताया कि चोपता-तुंगनाथ पैदल मार्ग के दोनों तरफ फैले सुरम्य मखमली बुग्यालों में अनेक प्रजाति के पुष्प खिलने से तुंगनाथ घाटी के प्राकृतिक सौन्दर्य पर चार चांद लगने शुरू हो गये है। ऋषिकेश निवासी सुरेन्द्र असवाल ने बताया कि तुंगनाथ घाटी को प्रकृति ने अपने अनूठे वैभवों का भरपूर दुलार दिया है इसलिए तुंगनाथ घाटी में बार-बार आने के लिए मन लालायित बना रहता है।

यह भी पढ़ेंः बड़ी खबर: प्रदेश में कर्मचारियों के जल्द होंगे ट्रांसफर, इन मानकों के अनुसार होंगे तबादले..

यह भी पढ़ेंः चंपावत उपचुनाव: CM धामी ने किया नामांकन, जानिए क्या है मुख्यमंत्रियों के उपचुनावों का इतिहास..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X