अल्मोड़ा : स्यूनराकोट के जंगल में लगी भीषण आग, 2 श्रमिकों की मौत, तीन गंभीर रूप से झुलसे..

0
A massive fire broke out in the forest of Soonrakot

A massive fire broke out in the forest of Soonrakot : उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर विधानसभा सीट और प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत के पैतृक गांव स्यूनराकोट के जंगल में भीषण आग लगी हुई है। तेज हवाओं के कारण गुरुवार को जंगल की आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वनाग्नि गांव की सीमा की ओर बढ़ने लगी। इस बीच जंगल में लीसा निकालने का काम कर रहे चार लीसा श्रमिक आग की लपटों के बीच में फंस गए।

ये भी पढ़िए : ऋषिकेश और आसपास के कई क्षेत्रों में प्रतिबंधित रहेंगे भारी वाहन..

श्रमिकों के वनाग्नि की चपेट में आने से इलाके में मचा हड़कंप | A massive fire broke out in the forest of Soonrakot

आग बुझाने का प्रयास करते करते हुए एक श्रमिक आग की भीषण लपटों की चपेट में आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं तीन लीसा श्रमिक गंभीर रूप से झुलस गए हैं। इन श्रमिकों को उपचार के लिए अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के बेस परिसर में भर्ती कराया गया है। अल्मोड़ा के अस्पताल में इलाज के दौरान एक और श्रमिक ने दम तोड़ दिया। लीसा श्रमिकों के वनाग्नि की चपेट में आने से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।

बता दे अचानक आग लग गई ने कुछ ही देर में विकराल रूप धारण कर लिया। वनाग्नि की इस घटना के दौरान जंगल में लीसा निकालने का काम कर रहे चार नेपाली श्रमिक आग की लपटों के बीच में फंस गए। चारों ने आग को बुझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन भीषण लपटों के बीच वह आग से अपने आप को बचाने में नाकामयाब साबित हुए। वनाग्नि की इस घटना में दीपक बहादुर नाम के नेपाली श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई है। तीन अन्य श्रमिक ज्ञानेश, तारा और पूजा गंभीर रूप से झुलस गए। आनन फानन में ग्रामीणों की मदद से घायलों को जंगल से बाहर निकाला गया।

करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुके श्रमिक | A massive fire broke out in the forest of Soonrakot

मौके पर मौजूद लीसा ठेकेदार और पूर्व प्रमुख रमेश भाकुनी ने बताया कि हादसे की सूचना प्रशासन समेत इमरजेंसी सेवा 108 एंबुलेंस को दी गई। लेकिन सूचना के चार घंटे बाद भी एबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इस कारण घायलों को स्थानीय वाहनों से उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। बेस अस्पताल के सीएमएस डॉ अशोक ने बताया कि अस्पताल में आग से झुलसे हुए तीन लोगों को लाया गया है। ये लोग करीब 90 प्रतिशत से अधिक जल चुके हैं। इनका प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।

वहीं इलाज के दौरान एक लीसा श्रमिक ज्ञानेश ने भी दम तोड़ दिया। तारा और पूजा को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर हल्द्वानी भेजा गया है।वहीं अस्पताल में पहुंची पुलिस के एसआई कृष्ण कुमार बताया कि बेस अस्पताल से इस घटना की सूचना दी गई थी कि तीन लोग यहां जली हुई स्थिति में लाए गए हैं। जानकारी मिली है कि जंगल की आग की चपेट में चार लोग आए थे जिनमें से एक श्रमिक की मौके पर ही मौत हो गई। तीन श्रमिकों का बेस अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। इधर अचानक हुए इस हादसे के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

ये भी पढ़िए : Chardham Yatra 2024 update : VIP अतिथियों से फासले पर रहेंगे बीकेटीसी के कर्मचारी, फोटो खिंचवाने, माला पहचाने पर रहेगी रोक..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X