अलविदा… बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी। नम आंखों से अंतिम विदाई, बेटियों ने दी मुखाग्नि..
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत आज पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। देशभर के वरिष्ठ नेताओं सहित देश-विदेश के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने उन्हें और उनकी पत्नी को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीडीएस बिपिन रावत समेत तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सभी 13 लोगों को आज अंतिम विदाई दी गई। जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास से बरार स्क्वायर लाया गया। यहां सीडीएस रावत की दोनों बेटियों ने पूरे रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया। बड़ी बेटी ने मुखाग्नि दी। सीडीएस को 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान 800 जवान यहां मौजूद रहे।
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सेना के टॉप अधिकारियों, कुछ पड़ोसी देशों के सेनानायकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। इससे पहले सुबह जनरल बिपिन रावत के घर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना, किसान नेता राकेश टिकैत जैसी हस्तियां पहुंचीं और उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, तमाम केंद्रीय मंत्रियों, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव समेत कई हस्तियों को देखा गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बरार स्क्वायर श्मशान घाट पहुंचकर सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि अर्पित की।
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आपको बता दें कि भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हादसे में असामयिक निधन हो गया है। उनका हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया था। उसमें 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 का निधन हो गया। इनमें बिपिन रावत की पत्नी भी शामिल हैं। वहीं ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अकेले ऐसे शख्स हैं, जो इस हादसे में जीवित बचे हैं। इस समय उनका इलाज चल रहा है।
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