उपभोक्ताओं को बिजली संकट से न जूझना पड़े, इसके लिए ऊर्जा निगम की ओर से कि गई खास तैयारी..
UPCL Energy Corporation : यूपीसीएल ऊर्जा निगम ने एनर्जी बैकिंग की तैयारी शुरू कर दी है ताकि प्रदेश में फरवरी महीने में बिजली का संकट न रहे। बता दे UJVNL का बिजली उत्पादन सर्दियों में कम होने और तिलोथ पावर प्रोजेक्ट को मरम्मत के लिए बंद किए जाने के कारण बिजली का उत्पादन कम हो गया है।
ऐसे में फरवरी महीने में बिजली का संकट न खड़ा हो, इसके लिए एनर्जी बैकिंग का रास्ता निकाला गया है। ऊर्जा निगम ने फरवरी में पूरे महीने प्रति दिन 100 मेगावाट बिजली उपलब्ध कराने को एनर्जी अगला बैंकिंग सिस्टम में आवेदन मांगे हैं। इसकी एवज में ऊर्जा निगम जुलाई, अगस्त, सितंबर महीने में बिजली लौटाएगा।
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पीक टाइम पर बाजार में भी उपलब्ध नहीं हो पा रही बिजली | UPCL Energy Corporation
बिजली का उत्पादन कम होने का असर पावर सप्लाई सिस्टम पर भी पड़ने लगा है। सुबह और शाम के समय पीक टाइम पर बाजार में भी बिजली आसानी से उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में (UPCL) बिजली कटौती हो रही है। हालांकि अभी बिजली कटौती एक से दो घंटे के आस पास ही हो रही है। हरिद्वार, यूएसनगर के ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती हो रही है। इससे लोगों में आक्रोश बना हुआ है।
नदियों में पानी कम होने से बिजली का उत्पादन बाधित हो रहा | UPCL Energy Corporation
इस बार बिजली उत्पादन पर मौसम की भी मार पड़ रही है। बारिश न होने से नदियों का जल प्रवाह प्रभावित हो रहा है। नदियों में पानी कम होने से बिजली का उत्पादन बाधित हो रहा है। यूजेवीएनएल अगला जो बिजली उत्पादन पिछले साल 11 जनवरी 2023 को 10.74 लेख मिलियन यूनिट था। वो घटकर अब 6.98 मिलियन यूनिट तक जाकर सिमट गया है। इससे विभाग के सामने भी परेशानी आ रही है। आम उपभोक्ताओं को बिजली संकट से न जूझना पड़े, इसके लिए बिजली जुटाने को हर संभव इंतजाम किए जा रहे हैं। फरवरी महीन के लिए एनर्जी बैकिंग के जरिए बिजली जुटाई जा रही है। इसकी तैयारियां शुरू की गई हैं।
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