उत्तराखंड में सड़क हादसों में हुआ काफी इजाफा, रोजाना 3 लोग गंवा रहे जान। रिपोर्ट में खुलासा..

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Hillvani-Accident-Uttarakhand

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Road accidents increased in Uttarakhand: प्रदेश में कुछ सालों में सड़क हादसों में काफी इजाफा हुआ है। प्रदेश में पहाड़ से लेकर मैदान तक सड़क हादसों में कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं राज्य की सड़कें रोजाना औसतन तीन लोगों की जान ले रही हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट से ये खुलासा हुआ है। हर 100 हादसों में 62 प्रतिशत लोग जान गंवा रहे हैं, जिससे उत्तराखंड देश में आठवें स्थान पर है। पिछले साल के मुकाबले राज्य में सड़क हादसों और मौतों का आंकड़ा 27 प्रतिशत बढ़ गया है।

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सड़क हादसों में उत्तराखंड का देश में आठवां स्थान। Road accidents increased in Uttarakhand
रिपोर्ट के मुताबिक (Road accidents increased in Uttarakhand) प्रदेश में वर्ष 2021 में 1405 हादसों में 820 की मौत, 1091 घायल हुए थे जो आंकड़ा 2022 में बढ़ गया। 2022 में 1674 हादसों में 1042 की मौत और 1613 घायल हुए हैं। मौतों का आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 27.07 प्रतिशत और हादसों का आंकड़ा 19.10 प्रतिशत बढ़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में होने वाले हर 100 हादसों में 62.2 फीसदी लोगों की मौत होती है। इस मामले में उत्तराखंड का देश में आठवां स्थान है, जबकि सड़क हादसों में देश में 23वां स्थान है।

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चार साल में हादसे और मौत के आंकड़े। Road accidents increased in Uttarakhand

वर्ष सड़क हादसेमृत्युघायल
201913528671457
20201041674854
202114058201091
2022167410421613

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साफ मौसम में हुए सबसे ज्यादा हादसे। Road accidents increased in Uttarakhand
घना कोहरा या बरसात राज्य में सड़क हादसों का सबब नहीं है। रिपोर्ट पर गौर करें, तो खिली धूप में ज्यादा हादसे हुए हैं। खिली धूप में राज्य में 1,423 हादसों में 917 की मौत हुई और 1,388 घायल हुए। बारिश के मौसम में 166 हादसों में 76 की मौत और 149 घायल, कोहरे में 71 हादसों में 31 की मृत्यु और 63 घायल, ओलावृष्टि में दो हादसों में कोई मौत नहीं, तीन घायल हुए। अन्य 12 दुर्घटनाओं में 18 की मृत्यु व 10 घायल हुए हैं।

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