बागेश्वर उप चुनाव: कांग्रेस प्रत्याशी निकले सभी प्रत्याशियों से आगे, ADR की रिपोर्ट में खुलासा..
उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए कुल पांच प्रत्याशी मैदन में हैं। बीजेपी ने पार्वती देवी को उम्मीदवार बनाया है। पार्वती देवी, इस सीट से पूर्व विधायक चंदन राम दास की पत्नी हैं। चंदन राम दास का अप्रैल महीने में निधन हो गया था। वहीं कांग्रेस की तरफ से मैदान में बसंत कुमार हैं। इसके अलावा एसपी से भागवती प्रसाद और उत्तराखंड क्रांति दल से अर्जन कुमार देव जबकि उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से भागवत कोहली चुनाव लड़ रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) ने इन उम्मीदवारों को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। यह रिपोर्ट उम्मीदवारों की ओर से दिए गए शपथ पत्रों के विश्लेषण के आधार पर है। इसमें यह बताया गया है कि किस प्रत्याशी के पास कितनी संपत्ति है, कितने आपराधिक मामले दर्ज, कितनी पढ़ाई की है। इसके साथ ही दूसरी अन्य जानकारियां दी गई हैं।
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प्रत्याशियों की संपत्ति, क्रिमिनल रिकॉर्ड और एजुकेशन का ब्यौरा
1- कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार के पास कुल 12,80,60,000 करोड़ रुपये की संपत्ति है। कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। ग्रेजुएट प्रोफेशनल हैं।
2- बीजेपी प्रत्याशी पार्वती देवी के पास कुल 2,96,34,695 करोड़ की संपत्ति है। आपराधिक मामला नहीं है और 12वीं तक पढ़ाई की है।
3- भागवती प्रसाद, समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं। उनके पास 21,74,000 लाख की संपत्ति है। एक भी आपराधिक मामला नहीं है। 12वीं तक पढ़ाई की है।
4- उत्तराखंड क्रांति दल से अर्जन कुमार देव प्रत्याशी हैं और इनके पास 8,45,000 लाख की संपत्ति है। कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है और ग्रेजुएट हैं।
5- भागवत कोहली, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी से प्रत्याशी हैं। इनके पास 54,700 हजार की संपत्ति है। कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं हैं। 8वीं तक पढ़ाई की है।
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आपको बता दें कि उत्तराखंड के बागेश्वर में 5 सितंबर को होने जा रहे उप चुनाव के लिए मैदान में उतरे सभी प्रत्याशी बेदाग हैं। इनमें से किसी पर भी कोई मुकदमा दर्ज नहीं है। इन प्रत्याशियों में कांग्रेस का उम्मीदवार सबसे अमीर है, जबकि उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी का प्रत्याशी सबसे कम संपत्ति वाला है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने उप चुनाव को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक उप चुनाव में उतरे कांग्रेस के उम्मीदवार संपत्ति, शिक्षा, देनदारी और आयकर घोषणा के मामले में सबसे आगे हैं। साथ ही सभी प्रत्याशियों ने अपनी आय का स्रोत कृषि बताया है। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार चुनाव मैदान में उतरे इन सभी प्रत्याशियों पर कोई आपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं है। वहीं आपको बता दें कि विभिन्न राज्यों में हो रहे विधानसभा और लोकसभा चुनाव को लेकर एक संयुक्त रिपोर्ट जारी की गई है। रिपोर्ट के अनुसार देशभर में उपचुनाव मैदान में खड़े कुल 43 में से 16 उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन बागेश्वर यूपी चुनाव में उतरे किसी भी प्रत्याशी पर कोई मुकदमा नहीं है।
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उपचुनाव के बाद उत्तराखंड में नया माहौल तैयार होगा।
उप चुनाव को लेकर उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने बागेश्वर उपचुनाव का रिजल्ट कांग्रेस के पक्ष में आने का विश्वास जताया है। उनका कहना है कि बेरोजगारी, महंगाई, महिला उत्पीड़न और लोकतंत्र की हत्या जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर कांग्रेस जनता के बीच जा रही है। बागेश्वर यूपी चुनाव के नतीजे से उत्तराखंड में नया माहौल तैयार होगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी का कहना है कि पहाड़ में धनबल के दम पर कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता। पहाड़ के लोग हमेशा बेहतर प्रत्याशी का चयन करते हैं और धनबाद को बढ़ावा नहीं देते हैं। तो वहीं उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी में संकल्प पत्र जारी कर दिया है। उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी का कहना है कि राज्य को नई दिशा देने के लिए यह चुनाव अहम साबित होगा। बागेश्वर के मतदाता खुली बगैर आंदोलन की तरह इस चुनाव से एक स्पष्ट दिशा दे सकते हैं।
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