उत्तराखंड में मौसम के तीखे तेवर हुए कुछ शांत, मौसम विभाग ने यह लगाया पूर्वानुमान..

Forecast of the Meteorological Department in Uttarakhand. Hillvani News
प्रदेश में इस साल जून माह में मानसून के शुरू होने के बाद से ही उत्तराखंड में अत्यधिक बारिश का क्रम बना रहा। भारी वर्षा के चलते नदी-नाले उफान पर रहे तो नदियों का जलस्तर भी चरम रहा। लोगों के घरों तक पानी आने से वह पलायन को मजबूर हुए। हालांकि बीते दो-तीन दिनों से मानसून की वर्षा का क्रम कुछ धीमा पड़ा है। देहरादून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में चटख धूप खिल रही है। कहीं-कहीं आंशिक बादलों के बीच मध्यम बौछारें पड़ने की भी सूचना है।
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मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिन प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आसमान साफ रहने से लेकर आंशिक बादल छाए रहने का अनुमान है। वहीं कुमाऊं में कहीं-कहीं तीव्र बौछारे पड़ने का अनुमान है जिसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल भारी बारिश की उम्मीद नहीं है। अगले कुछ दिन गढ़वाल मंडल के ज्यादातर क्षेत्रों में आसमान साफ रह सकता है। वहीं देहरादून व आसपास के क्षेत्रों में आंशिक बादलों के बीच एक से दो दौर की हल्की बौछारें पड़ने की आशंका है।
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अगर बात करें बीते रविवार की तो कल दून में सुबह से ही धूप खिली रही, हालांकि बीच-बीच में आंशिक बादल भी मंडराने लगे। दोपहर बाद कुछ क्षेत्रों में बौछारें भी दर्ज की गईं। हालांकि, शाम को आसमान साफ रहा। वहीं प्रदेश में बरसात ने इस बार पर्यटन व्यवसाय पर पानी फेर दिया। अतिवृष्टि और आपदा के चलते जुलाई-अगस्त माह के दौरान बेहद कम सैलानी उत्तराखंड पहुंचे। मसूरी, चकराता, लैंसडौन जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है, जिससे पर्यटन व्यवसायी मायूस हैं।
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