Update: छितकुल की ट्रैकिंग पर गए 11 लोगों में से 5 की मौत, रेस्क्यू जारी..

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उत्तरकाशी: उत्तराखंड में जहां एक ओर बारिश ने तबाही मचाई है वहीं उत्तरकाशी से कल 11 ट्रेकरों के लापता होने की खबर आई थी। हर्षिल-छितकुल (हिमाचल प्रदेश) के लखमा पास गए दिल्ली और कोलकाता के 8 ट्रैकर्स सहित 11 लोग लापता हो गए थे। ट्रैकर्स के लापता होने की सूचना स्थानीय ट्रैकिंग एजेंसी की ओर से जिला प्रशासन को दी गई थी। जिसके बाद हेलीकॉप्टर सहित एसडीआरएफ की टीम ट्रैकर्स के खोज-बचाव के लिए मौके के लिए रवाना हो गई है। जानकारी के मुताबिक हर्षिल से लखमा पास होते हुए हिमाचल प्रदेश स्थित छितकुल की ट्रैकिंग पर गए 11 सदस्यीय दल में पांच पर्यटकों की मौत हो गई है। जबकि अन्य पर्यटकों को हेली से रेस्क्यू किया जा रहा है। मरने वालों में दिल्ली की एक महिला पर्यटक भी शामिल है। हेली से एक पर्यटक को हर्षिल पहुंचाया गया है।

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इस संबंध में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि पांच पर्यटकों की मौत हो गई है। एसडीआरएफ की टीम हेली से रेस्क्यू कर रही है। करीब साढ़े चार हजार मीटर की ऊंचाई पर यह पर्यटक खोज बचाव दल को मिले हैं। एक पर्यटक को हर्षिल लाया गया। वहां पर्यटक को उपचार दिया जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तरकाशी जनपद के हर्षिल से छितकुल की पैदल दूरी करीब 80 किलोमीटर है। यह ट्रैक क्यारकोटी बुग्याल होते हुए 5500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित लखमा पास से होकर छितकुल हिमाचल प्रदेश पहुंचता है। हर्षिल से छितकुल ट्रैकिंग पर गए 11 सदस्‍यीय दल में आठ ट्रैकर और तीन रसोइए शामिल थे। वहीं उनके साथ छह पोर्टर दो रोज पहले छितकुल पहुंच गए थे। बुधवार को ही लापता दल की खोजबीन के लिए एसडीआरएफ ने हेलीकॉप्टर से सर्च अभियान शुरू किया था।

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नेलांग लाए गए तीन पोर्टर के शव
उत्तरकाशी में चीन सीमा पर आइटीबीपी के गश्ती दल से बिछुड़े तीन पोर्टरों के शव आइटीबीपी ने गत बुधवार को बरामद कर लिए थे। तीनों के शव बुधवार की देर शाम को नेलांग लाए गए। लेकिन भैरव घाटी और नेलांग के बीच मार्ग बंद होने के कारण शवों को हेली के जरिये उत्तरकाशी मातली लाया जा रहा है। इस घटना को लेकर स्थानीयजनों ने आइटीबीपी पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

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