संघर्ष जारी है… गंगा में मेडल बहाएंगे पहलवान, आमरण अनशन का भी किया एलान
कई दिनों से पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है करीब एक महीने से पहलवान जंतर मंतर पर धरना दे रहे है। इनकी मांग है कि सांसद ब्रजभूषण को सभी पदो से हटाया जाए। ब्रजभूषण पर एफआईआर के बाद कार्रवाई तेज तो नहीं हुई पर पहलवानों के प्रदर्शन को खत्म करने के लिए पुलिस ने हमले की कोशिश की थी। जिसके बाद जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवान दिल्ली से हरिद्वार के लिये चल दिये हैं। वह हरिद्वार गंगा घाट में अपने मेडल प्रवाहित करने आ रहे हैं। यह जानकारी विनेश फोगाट ने अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा की है।
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रेसलर विनेश फोगाट ने की भावुक पोस्ट
रेसलर विनेश फोगाट ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखकर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आज मंगलवार 30 मई शाम छह बजे खिलाड़ी अपना मेडल हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित कर देंगे। विनेश फोगाट ने ये ऐलान 28 मई को पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के एक्शन के दो दिन बाद किया है। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार भी पहलवानों की सुध नहीं ली।
मेडल को गंगा में बहाने जाएंगे
विनेश फोगाट ने ट्विटर पर एक पत्र शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा हमारे साथ 28 मई को जो हुआ वो आप सबने देखा। हम महिला पहलवान ऐसा महसूस कर रही हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है। फोगाट ने लिखा हमें वो पल याद आ रहे हैं, जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे। अब लग रहा है कि ये मेडल क्यों जीते थे। उन्होंने आगे लिखा ये मेडल हमें नहीं चाहिए। हम इन मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं।
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मेडल प्रवाहित करने के बाद आमरण अनशन
बता दें फोगाट ने मेडल प्रवाहित करने के बाद आमरण अनशन का ऐलान किया है। उन्होंने लिखा कि इन मेडल के गंगा में बह जाने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। फोगाट ने कहा इंडिया गेट हमारे उन शहीदों की जगह है जिन्होंने देश के लिए अपनी देह त्याग दी। हम उनके जितने पवित्र तो नहीं हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलते वक्त हमारी भावना भी उन सैनिकों जैसी ही थी।
पुलिस की कार्रवाई से बेहद नाराज हैं पहलवान
पहलवान पुलिस की कार्रवाई से बेहद नाराज है वहीं दूसरी तरफ जिस पत्र के बारे में पहलवान बात कर रहे है। इसमें लिखा है कि हमारे सामने सवाल आया कि मेडल लौटाएंगे। हमारी राष्ट्रपति को जो खुद एक महिला हैं। मन ने ना कहा क्योंकि वह हमें सिर्फ 2 किलोमीटर दूर बैठी सिर्फ देखती रहीं लेकिन कुछ भी नहीं बोलीं। पीएम मोदी को मेडल न लौटाने की वजह बताते हुए पहलवानों ने लिखा कि प्रधानमंत्री हमें अपने घर की बेटियां बताते थे। उन्होंने एक बार भी अपने घर की बेटियों की सुध नहीं ली।
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हरिद्वार पुलिस पहलवानों को नहीं रोकेगी
पहलवानों के पदकों को गंगा में प्रवाहित करने की घोषणा पर हरिद्वार पुलिस ने कहा कि वह पहलवानों को जिले में प्रवेश करने से या पदक विसर्जित करने से नहीं रोकेगी। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि पहलवान कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। अगर वे अपने पदक गंगा में विसर्जित करने आ रहे हैं तो हम उन्हें नहीं रोकेंगे। न ही मुझे अपने वरिष्ठ अधिकारियों से ऐसा कोई निर्देश मिला है।
यह है मामला
बता दें कि तमाम पहलवान जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से धरना दे रहे हैं। उन्होंने बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। 28 मई को पहलवान जंतर-मंतर से नई संसद की ओर महापंचायत करने जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
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