नैनीताल : ग्रामीणों का वन विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन का ऐलान..
Villagers announce fierce agitation : भीमताल विधानसभा क्षेत्र आदमखोर वन्य जीव को पकड़ने में नाकाम वन विभाग के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसके चलते ग्रामीण 28 दिसंबर से वन विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन करने जा रहे है ।
बता दे भीमताल विधानसभा क्षेत्र में आदमखोर वन्यजीव तीन महिलाओं को निवाला बनाने वाला अभी तक पकड़ से बाहर है।आदमखोर वन्यजीव के आतंक से भीमताल के अलचौना, पिनरो और मलवाताल गांवों में हालात कर्फ्यू से भी बदतर हो चुके हैं।
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गांव मे अभी तक तीन महिलाओं को बना चुका निवाला | Villagers announce fierce agitation
आदमखोर वन्य जीव ने भीमताल के अलचौना गांव की निकिता शर्मा को 19 दिसंबर को अपना निवाला बनाया। निकिता को जिस वन्य जीव ने अपना शिकार बनाया, वन विभाग ने उसके बाघ होने की पुष्टि की है। ऐसे में माना जा रहा है कि पहले दो महिलाओं का मारने वाला भी यही बाघ रहा होगा।
बता दे हिंसक हुए बाघ की दहशत के कारण छात्र स्कूल कॉलेज नहीं जा पा रहे हैं। इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर हो रहा है l उनकी की पढ़ाई छूट गई है। जिलाधिकारी ने शिक्षा अधिकारी पर स्कूल खोलने या बंद रखने का फैसला छोड़ा हुआ है।
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता हरीश पनेरू ने कहा कि अब गांव के लोगों को मरने नहीं दिया जाएगा। 27 दिसंबर तक वन विभाग आदमखोर को जिंदा या मुर्दा पकड़े नहीं तो 28 दिसंबर से उग्र आंदोलन किया जाएगा। आशा वर्कर लीला भट्ट ने बताया कि समय से पहले ही काम को जल्दी-जल्दी निपटा कर अब घर लौटना पड़ रहा है। आदमखोर वन्य जीव के आतंक से शाम होने से पहले ही सारा काम निपटा लेते हैं। ताकि शाम को 6:00 के बाद और सुबह 6:00 से पहले घर से बाहर निकलने की जरूरत ही ना पड़े।
100 से अधिक वन कर्मचारियों को ऑपरेशन में लगाया गया | Villagers announce fierce agitation
उधर एसडीओ फॉरेस्ट आरके शर्मा का कहना है कि आदमखोर वन्य जीव को पकड़ने के लिए 100 से अधिक फॉरेस्ट अधिकारियों और वन कर्मचारियों को ऑपरेशन में लगाया गया है। वन विभाग के आला अधिकारी इस पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। 58 से ज्यादा कैमरा ट्रैप, 15 से ज्यादा पिंजरे लगाए गए हैं। गांव के अधिकतर हिस्से में अंधेरा होने की वजह से 32 से अधिक सोलर लाइट लगाई जा चुकी हैं। लेकिन आदमखोर वन्य जीव अभी भी वन विभाग की पकड़ से बाहर है।
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