भगवान मद्महेश्वर धाम के कपाट खुले, सैकड़ों श्रद्धालु रहे मौजूद। 6 माह तक भक्तों को यहीं दर्शन देंगे प्रभु..
पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विश्व विख्यात व सुरम्य मखमली बुग्यालों के मध्य बसे भगवान मदमहेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं व मंत्रोच्चारण व सैकड़ों भक्तों की मौजूदगी में शुभ लगनानुसार ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये है। कपाट खुलने के पावन अवसर पर सैकड़ों भक्तों ने पूजा-अर्चना व जलाभिषेक कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना की। कपाट खुलने के पावन अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों के भक्तों द्वारा पहली बार भगवान मदमहेश्वर के पावन धाम को तीन कुन्तल फूलों से सजाया था। भगवान मदमहेश्वर के कपाट खुलते ही यात्रा पड़ावों पर रौनक लौटने लगी है। सोमवार को ब्रह्म बेला पर गौण्डार गाँव में मदमहेश्वर धाम के प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर भगवान मदमहेश्वर सहित तैतीस कोटी देवी-देवताओं का आवाहन किया। ठीक 6 बजे प्रातः भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली का भव्य श्रृंगार कर आरती उतारी तथा भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौण्डार गाँव से कैलाश के लिए रवाना हुई।
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भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर गौण्डार सहित विभिन्न गांवों के भक्तों ने पुष्प, अक्षत्रों से अगुवाई की तथा लाल-पीले वस्त्र अर्पित कर मनौती मांगी। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ने विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीर्वाद देते ठीक 10:15 बजे देव दर्शनी पहुंचकर विश्राम किया तथा 11:10 बजे मदमहेश्वर धाम के भण्डारी मदन सिंह पंवार, विशाम्बर पंवार ने धाम से शंख ध्वनि देकर डोली का धाम आने का निमन्त्रण दिया तो डोली के साथ चल रहे भक्तों ने शंख ध्वनि देकर निमन्त्रण को स्वीकार किया तथा डोली धाम के लिए रवाना हुई। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली ने मुख्य मन्दिर की तीन परिक्रमा कर सहायक मन्दिरों में शीश नवाया तथा ठीक 11:15 बजे भगवान मदमहेश्वर के कपाट वेद ऋचाओं व मंत्रोच्चारण के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये गये। कपाट खुलने के बाद पण्डित वेद प्रकाश जमलोकी ने परम्परानुसार शुद्धिकरण यज्ञ किया तथा चार सौ से अधिक भक्तों ने भगवान मदमहेश्वर के स्वयभू लिंग पर जलाभिषेक कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना की।
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कपाट खुलने के पावन अवसर पर भूपेंद्र पंवार की पहल पर गौण्डार गाँव के हक-हकूकधारियों व विभिन्न क्षेत्रों के भक्तों द्वारा मदमहेश्वर धाम को तीन कुन्तल गेदें के फूलों से सजाया गया तथा लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता मनोज कुमार भटट् की पहल लोक निर्माण विभाग ऊखीमठ द्वारा विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया। मदमहेश्वर धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहली बार स्वास्थ्य ईकाई खोलकर तीन अधिकारियों, कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इस मौके पर डोली प्रभारी दीपक पंवार, दिवारा यात्रा प्रभारी राकेश नेगी, प्रधान बीर सिंह पंवार, पूर्व प्रधान भगत सिंह पंवार, शिव सिंह रावत, मृत्युंजय हिरेमठ, मनोज पटवाल, रवीन्द्र रावत, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट्, सुशील बहुगुणा, नीरज नेगी, सतीश गजवाण, बलवीर पंवार,नारायण दत्त जुयाल, नरेन्द्र कुमार, शिवानन्द पंवार, अनिल जिरवाण, अजय भटट्, रघुवीर बर्तवाल, सुरेन्द्र बिष्ट, चन्द्र मोहन सेमवाल, प्रवीण सेमवाल, भूपेंद्र बिष्ट, दिनेश तिवारी, रवि भटट्, विजय पंवार, शुभम कुकरेती, हिम्मत सिंह रावत, वन दरोगा कुलदीप नेगी, राजस्व उप निरीक्षण दिवाकर डिमरी, आशीष रावत, सुमित जोशी,अनील कुमार सहित देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु व हक-हकूकधारी मौजूद थे।
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