राहुल गांधी संसद सदस्यता प्रकरण.. BJP को फायदा या नुकसान, विपक्ष को मिली कितनी मजबूती?

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Rahul Gandhi Parliament Membership Case. Hillvani News

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राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल कर दी गई है। संसद में एक बार फिर वे जोरदार ढंग से सरकार पर हमला बोलते हुए दिखाई पड़ेंगे। उनकी सदस्यता बहाली ऐसे समय में हुई है, जब केंद्र सरकार मणिपुर, नूंह हिंसा, दिल्ली सेवा विधेयक और अविश्वास प्रस्ताव के मामले में घिरी हुई है। इसके साथ ही राहुल गांधी की संसद सदस्यता जाने का मुद्दा भी विपक्ष को ज्यादा मजबूत कर सकता है। राहुल गांधी ने सदन में एक उद्योगपति के सरकार से गठजोड़ को लेकर जिस तरह केंद्र सरकार पर हमला बोला था, एक बार फिर वे मजबूती से सरकार को घेरते दिखाई पड़ेंगे। बड़ा प्रश्न है कि इस पूरे प्रकरण से भाजपा को क्या हासिल हुआ? इस पूरे प्रकरण से उसे लाभ होगा, या हानि?

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पत्रकारों के सवालों पर जवाब देते हुए कहा..
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने संसद सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पत्रकारों के सवालों पर जवाब देते हुए उनसे ही सवाल कर लिया। राहुल गांधी ने कहा कि आप लोग भी खुश लग रहे हो। बता दें सदस्यता बहाल होने के करीब डेढ़ घंटे के भीतर ही राहुल संसद भवन पहुंचे। वे सीधे परिसर में लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर प्रणाम कर श्रद्धांजलि देने के बाद संसद भवन में दाखिल हुए। कांग्रेस सांसद और इंडिया गठबंधन के नेताओं से मिलते हुए वे संसद के भीतर पहुंचे। इसके बाद वे सीधे लोकसभा में गए। जैसे ही राहुल सदन में पहुंचे कांग्रेसी सांसदों ने मेज थपथपाकर और राहुल गांधी जिंदाबाद लगाकर उनका स्वागत किया। राहुल ने भी सभी सदस्यों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया और पुरानी जगह बैठ गए। राहुल गांधी सोमवार को संसद सदस्यता बहाल होने पर 137 दिन बाद संसद भवन पहुंचे।

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क्या I.N.D.I.A. को मिलेगी मजबूती?
राजनीतिक विश्लेषक का कहा कि विपक्षी दलों ने सरकार को लोकसभा में जमकर घेर रखा है, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस के पास प्रखर वक्ताओं की कमी साफ दिखाई पड़ रही है। ऐसे में राहुल गांधी की संसद में वापसी से कांग्रेस के साथ-साथ पूरे विपक्षी गठबंधन को लाभ मिलेगा। राहुल गांधी ने जिस तरह पिछले दिनों सरकार को संसद में घेरा है, उससे उनके परिपक्व होने के प्रमाण मिले हैं। भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी एक नए अवतार में केंद्र पर हमला बोलते दिखाई देंगे। अब जब 31 अगस्त-एक सितंबर को विपक्षी दलों की बैठक मुंबई में होगी, वह पटना-बेंगलुरु बैठक से कहीं ज्यादा असरदार होगी। इससे भी सरकार को परेशानी होनी तय है।

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कांग्रेस ने दिया है परिपक्वता का परिचय
राजनीतिक विश्लेषक का कहा कि कांग्रेस ने हाल के दिनों में कई बार अपनी समझबूझ और संगठन की चतुराई का परिचय दिया है। राहुल गांधी ने राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह करा कर अपनी राजनीतिक मजबूती का परिचय दिया है, तो छत्तीसगढ़ में भी भूपेश बघेल और उनके विरोधियों के बीच एक सहमति बनाने में सफलता हासिल हुई है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय और लोकसभा प्रकरण के बाद राहुल गांधी और कांग्रेस ज्यादा मजबूत हुए हैं। अब कांग्रेस गठबंधन के अंदर से लेकर बाहर तक ज्यादा मजबूती के साथ अपने पत्ते खेल सकेगी। उसके सहयोगियों को भी मोलभाव करते समय कांग्रेस की वर्तमान ताकत का मूल्यांकन करना होगा। जबकि भाजपा ने इस पूरे प्रकरण में गलत कोण पर दिखाई पड़ रही है। उसे इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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क्या भाजपा उठाना पड़ सकता है नुकसान?
वहीं भाजपा का कहा है कि यह पूरा प्रकरण कानूनी प्रक्रिया से जुड़ा था। भाजपा का इससे कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी बार-बार आदतन आपत्तिजनक टिप्पणियां करते रहे हैं। इस मामले में भी उन्होंने पिछड़े समुदाय के एक वर्ग पर टिप्पणी की, जिससे आहत होकर उस समाज के एक व्यक्ति ने उन पर मानहानि का मुकदमा दायर कर दिया। एक न्यायालय ने निर्णय दिया और स्पीकर ने उस पर निर्णय लिया। उनके अनुसार इस पूरे प्रकरण में भाजपा कहीं नहीं है, लिहाजा इसका भाजपा से कोई सरोकार नहीं है। इस सफाई के बाद भी लोग इस पूरे मामले को सरकार से जोड़कर देख रहे हैं। भाजपा के लोगों का भी मानना है कि इस पूरे प्रकरण में राहुल गांधी को विक्टिम कार्ड खेलने का अवसर दिया गया है। इससे उनकी छवि मजबूत हुई है। भाजपा को इसका नुकसान उठाना पड़ सकता है।

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उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में जश्न
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, हरीश रावत की मौजूदगी में जश्न मनाया। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने से ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि समूचे देश में जश्न का माहौल है। उन्होंने कहा बीजेपी लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही थी, जिसका आज पटाक्षेप हो गया है। उन्होंने कहा राहुल गांधी एक बार फिर लोकसभा में लोगों की आवाज पूरी मजबूती से मुद्दों को उठाएंगे। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा पूरे देश के लोकतंत्र प्रेमियों और संवैधानिक शक्तियों को मानने वाले लोगों के लिए आज खुशी का दिन है।

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सांसदी जाने पर बदल ली थी ट्विटर बायो
राहुल गांधी ने अपनी ट्विटर बायो में एक बार फिर से ‘एमपी’ यानी सांसद लिख लिया है। बता दें कि सूरत कोर्ट ने जब उन्हें मानहानि मामले में सजा सुनाई थी, तो लोकसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी करके उनकी संसद सदस्यता को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगी थी। इसके बाद राहुल गांधी ने अपनी ट्विटर बायो में लिखा ‘डिस्क्वालिफाइड सांसद’।

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