Big Breaking: बीजेपी के हुए प्रीतम, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिलाई सदस्यता..

0

उत्तराखंड: उत्तराखंड में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक पार्टियों और नेताओं के बीच सरगर्मी बढ़ती जा रही है। ओर साथ ही प्रदेश में चुनाव से पहले पाला बदलने का दौर भी शुरू हो गया है। ऐसे में आज बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में किसी वरिष्ठ नेता के बीजेपी में शामिल होने की सूचना राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी ने दी थी। तो आपको बता दें कि धनोल्टी से निर्दलीय विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने आखिरकार आज बीजेपी का दामन थाम लिया है। आज बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता की पर्ची देकर पार्टी में शामिल किया। उनको शामिल कराने वालों में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी वहां मौजूद रहे।

Read Also- बड़ी खबर: उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दिया इस्तीफा, ये मानी जा रही वजह..

आपको बता दें कि उत्तराखंड क्रांति दल के टिकट पर पहली बार 2002 में विधानसभा चुनाव जीतने वाले प्रीतम पंवार आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये हैं। प्रीतम पंवार 2012 में भी यमुनोत्री से दोबारा चुनाव जीते और पहले विजय बहुगुणा और बाद में हरीश रावत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। प्रीतम पंवार ने 2017 का विधानसभा चुनाव निर्दलीय धनोल्टी विधानसभा सीट से लड़ा और वह भारतीय जनता पार्टी के नारायण सिंह राणा को हराकर तीसरी बार विधानसभा में पहुंचे। प्रीतम पंवार को त्रिवेंद्र सिंह रावत, भगत सिंह कोश्यारी और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का करीबी भी माना जाता है। प्रीतम पंवार पिछले दिनों सदन में अनिल बलूनी की जमकर तारीफ की थी।

Read Also- तीर्थनगरी: घाटों से लोहे की रेलिंग-चैन और सुरक्षा बोर्ड नदारद, नहीं लिया हादसों से सबक..

2012 में मंत्री रहते प्रीतम पंवार को उत्तराखंड क्रांति दल ने अपनी पार्टी से बर्खास्त कर अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारी थी और आज प्रीतम पंवार ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम कर उत्तराखंड में क्षेत्रीय राजनीति की संभावना को एक प्रकार से छीण करने का काम किया है। मजेदार बात यह है कि प्रीतम पंवार ने यमुनोत्री से उस दौर में कांग्रेस के टिकट पर लड़ने वाले केदार सिंह रावत को दो बार हराया और एक बार केदार सिंह रावत ने प्रीतम पंवार को हराया। अब दोनों नेता भारतीय जनता पार्टी में है देखना है कि इन दोनों के बीच भारतीय जनता पार्टी किस प्रकार का सामंजस्य बिठाती है और नारायण सिंह राणा का क्या करती है। प्रीतम पंवार ने 2017 का विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के नारायण सिंह राणा को हराया था।

Read Also- Uttarakhand Politics: क्या सब ठीक है या चल रहा शह-मात का खेल, जानें क्या है मामला..

प्रीतम सिंह पंवार इससे पहले यमुनोत्री से विधायक थे तब वह यूकेडी से चुनाव लड़े थे। 2017 का विधानसभा चुनाव उन्होंने निर्दलीय धनोल्टी विधानसभा से लड़ा। लेकिन मना जा रहा है कि चुनावों को देखते हुए 2022 की रणनीति बनाते हुए बीजेपी ने प्रीतम पंवार को पार्टी में शामिल करने का मन बनाया है। प्रीतम सिंह पंवार के आने से ना केवल यमुनोत्री बल्कि धनोल्टी में भी बीजेपी मजबूत होगी। प्रीतम पंवार जमीन से जुड़े हुए नेता माने जाते हैं। प्रीतम सिंह पंवार हालांकि उनके बीजेपी में शामिल होने से धनोल्टी से पूर्व विधायक महावीर सिंह रंगड़ नाराज बताए जा रहे हैं हालांकि पार्टी नेताओं का कहना है उन्हें मना लिया जाएगा।

Read Also- बोलीभाषा: 13 लोकभाषाओं का प्रदेश है उत्तराखंड,  जानें अपनी बोलीभाषा के बारे में..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X