National Simplicity Day: हैप्पी लाइफ के लिए अपनाएं ये सिंपल आदतें, संवर जाएगी जिंदगी..
हमारी जीवनशैली और आदतों का स्पष्ट रूप से सेहत पर असर पड़ता है। स्वभाव में जितनी सादगी होगी, हमारा मन उतना ही शांत रहेगा। एक कहावत है सादा जीवन उच्च विचार। भागदौड़ की जिंदगी में कई बार शरीर ही नहीं, दिमाग भी थक जाता है। ऐसे में जरूरी है कि लाइफ को जीने का तरीका थोड़ा सिंपल और हेल्दी बनाया जाए। आज 12 जुलाई को National Simplicity Day (राष्ट्रीय सादगी दिवस) मनाने के पीछे भी यही वजह है कि लोगों को लाइफ को एंजॉयफुल और हेल्दी बनाया जाए।
National Simplicity Day 2022: इतिहास और महत्व
सादगी दिवस की स्थापना लेखक और दार्शनिक हेनरी डेविड थोरो के सम्मान में की गई थी। डेविड जीवन को सादगी से जीने के हिमायती थे। हेनरी का जन्म 12 जुलाई को हुआ था और उनका मानना था कि जीवन को केवल धन और अनावश्यक चीजों को हासिल करने के लिए ही खत्म न कर दिया जाए। उनका मानना था कि हमारा ध्यान प्रकृति, ज्ञान, आत्मनिर्भरता और अपना रास्ता खुद बनाने पर अधिक होना चाहिए और इसके लिए सिंपल लाइफ जीना जरूरी है। हालांकि सादगी का अर्थ सबके लिए अलग-अलग हो सकता है। सादगी दिवस पर अगर आप भी अपनी लाइफ को बदल कर कुछ बेहतर और पॉजिटिव बनाना चाहते हैं तो अपने जीवन में कुछ बदलाव लाएं, जिन्हें करने के बाद आपको बेहद सुकून मिलेगा।
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मोबाइल-लैपटॉप से दूरी
एक अध्ययन से पता चला है कि वयस्क प्रतिदिन 11 घंटे से अधिक समय सोशल मीडिया पर गुजार देते हैं। यह चार साल पहले 9 घंटे, 32 मिनट कम था। मोबाइल में खोए रहते हैं तो इसकी आदत को कम करना शुरू करें। मोबाइल, टैब और लैपटॉप शारीरिक ही नहीं, मानसिक रूप से बीमार बना रहा है। इसलिए इससे सबसे पहले काम अगर आप खुद को हेल्दी रखने के लिए करना चाहते हैं तो स्क्रीन से दूरी बनाएं।
पढ़ने की आदत डालें
पढ़ने के लिए समय निकालने के भी कुछ फायदे हैं। अपने आस-पास की व्यस्त दुनिया से आपको एक छोटा ब्रेक देने के अलावा, पढ़ना तनाव को कम कर सकता है, आपकी शब्दावली का विस्तार कर सकता है, और मानसिक तनाव को शांत कर आपको पॉजिटिव बनाता है।
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प्रकृति का आनंद लें
सादगी का मतलब है जीवन को सादगी के साथ एंजॉय करना। आपको नेचर के बीच रहने की आदत डालनी चाहिए। प्रकृति से जुड़ने ये आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ रहेंगे। जो कुछ भी आपको अच्छा लगे वह करें जैसे तैराकी, पिकनिक, सैर करना या हाइकिंग, कयाकिंग, यहां तक कि स्कूबा डाइविंग जैसे कुछ नया भी कर सकते हैं।
किसी अनावश्यक चीज से छुटकारा पाएं
हेनरी के इस विचार में ये बात छुपी थी कि आप किसी चीज के लती न बनें। अगर आप बहुत ज्यादा किसी ऐसी चीज को कर रहे जिसका कोई भी मतलब नहीं, तो आप उन चीजों से दूरी बना लें।
आत्मनिरीक्षण का अभ्यास करें
सादगी दिवस मनाने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण तरीका आत्मनिरीक्षण या आत्म-प्रतिबिंब का अभ्यास करना है। सादगी दिवस अपने आप को विश्लेषण करने के लिए समय निकालने का एक बड़ा बहाना है। आत्मनिरीक्षण आपको अपने जीवन, अपने विचारों और अतीत, वर्तमान और अपने भविष्य के लिए अपने लक्ष्यों को केंद्रित करने का मौका देता है।
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जानिए मानसिक स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद है सरल जीवनशैली?
सामान्य जीवन और अच्छी नींद की संबंध
विशेषज्ञों के मुताबिक मल्टी टास्किंग बनने या एक समय में कई सारी चीजों को करने की चाहत के कारण तनाव और कई तरह की अन्य मानसिक स्वास्थ्य की समस्याएं बढ़ सकती हैं। ऐसे में आपकी नींद प्रभावित हो जाती है, जो सेहत के लिए कई मायनों में नुकसादायक साबित हो सकती है। सोने में कठिनाई या फिर ठीक से नींद न आने की समस्या को मन और शरीर की समस्याओं से जोड़कर देखा जाता है। जीवन को सरल रखकर और भौतिक चीजों से दूरी बनाकर अच्छी नींद प्राप्त की जा सकती है, जो हमारे शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।
ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी
विशेषज्ञों की मानें तो यदि आप साधारण और सरल जीवनयापन करते हैं तो किसी कार्य के प्रति शीघ्र उत्तेजना से बच सकते हैं। यह आपके ध्यान केंद्रित करने की शक्ति को बढ़ाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जब बच्चों के पास बहुत अधिक खिलौने होते हैं, तो वे अत्यधिक उत्तेजित हो जाते हैं और केवल एक चीज़ के साथ खेलने पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं। सरल जीवन की आदत बच्चों में शुरुआत से ही डालनी चाहिए, इससे भविष्य में उन्हें ध्यान केंद्रित करने वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
कम अव्यवस्था,अधिक रचनात्मक
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों का जीवन अव्यवस्थित रहता है, उनको मानसिक स्वास्थ्य की समस्या जैसे तनाव और चिंता होने का खतरा अधिक रहता है। ऐसे लोगों में समय के साथ रचानात्मकता कौशल भी कम होती जाती है। जीवनशैली को समयबद्ध और सुव्यवस्थित करके इन समस्याओं से बचा जा सकता है। दैनिक कार्यों को समयबद्ध तरीके से करके रचनात्मकता में वृद्धि की जा सकती है।
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हैप्पी लाइफ के लिए सिंपल आदतें
एक्टिव रहें- खुद को एक्टिव रखने के लिए आप कुछ सरल आदतों को अपना सकते हैं। जैसे सुबह वॉक पर जाना, जिम जाना, एक्सरसाइज, डांस करना। शुरूआत में ऐसा करने पर परेशानी हो सकती है। लेकिन समय के साथ आपको आदत हो जएगी। इसे आसानी से अपनाने के लिए एक गोल सेट करें। स्टार्टिंग में आप सिर्फ 10 मिनट करें, फिर आप इसे बढ़ाएं।
सुबह की कुछ आदतें बनाएं- अपने दिन की अच्छी शुरूआत के लिए रोजाना उठने के बाद की कुछ आदत बनाएं। जैसे सिंपल बॉडी स्ट्रेच, जिम जाना, या फिर अपने पेट के साथ मॉर्निंग वॉक पर जाना। आप मेडिटेशन कर सकते हैं, टू डू लिस्ट बना सकते हैं। या फिर अपनी डायरी में कुछ पॉजिटिव लिख सकते हैं।
मन लगाकर खाएं- ये अजीब लग सकता है, क्योंकि आपने अक्सर मन लगाकर पढ़ाई करने के बारे में सुना होगा। लेकिन आपको खाना भी मन लगा कर खाना चाहिए। अक्सर लोग अपने फेवरेट शो को देखकर खाना खाते हैं, ऐसे में आप अपने खाने को अच्छे से एंजॉय नहीं करते। खाना खाते समय सिर्फ अपनी मील पर ध्यान दें। इसी के साथ हेल्दी खाने पर ध्यान दें।
धन्यवाद करने की प्रेक्टिस करें- धन्यवाद करना एक शक्तिशाली इमोशन है। अपनी हर छोटी बड़ी चीज के लिए धन्यवाद करें। आप यह देखकर हैरान होंगे कि इस आदत से आप ज्यादा खुश हैं। नियमित रूप से ग्रैटिट्यूड प्रेक्टिस करने से आपके जीवन में सुधार होगा।
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National Simplicity Day 2022: उदाहरण
“यह मायने नहीं रखता कि आप क्या देखते हैं, यह मायने रखता है कि आप क्या देखते हैं”
“सादगी, खुशियों का सारांश है”
“छोटी चीजों का आनंद लें, क्योंकि एक दिन आप पीछे मुड़कर देख सकते हैं और महसूस कर सकते हैं कि वे बड़ी चीजें थीं”
“हमारा जीवन विस्तार से दूर हो गया है … सरल बनाएं, सरल करें”
“जब तक आप उस तरह से जाने की योजना नहीं बना रहे हैं, तब तक पीछे मुड़कर न देखें”
“हमारे पीछे क्या है और हमारे आगे क्या है, हमारे भीतर जो रहता है उसकी तुलना में छोटी चीजें हैं”
“अच्छाई ही एकमात्र निवेश है जो कभी विफल नहीं होता है।”
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