बर्फबारी से पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की बढ़ सकती हैं मुश्किल,धाम में तापमान माइनस 4 डिग्री होने से काम करने में आ रही मुश्किले…

kedarnath dream project effect due to increase snowfall : केदारनाथ में 2013 की आपदा के बाद से केदारपुरी को नए सिरे से बसाया जा रहा है। तीन चरणों में पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा है वर्तमान में द्वितीय चरण के कार्य संचालित हो रहे हैं। जिसका कार्य भी 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। आमतौर पर केदारनाथ धाम में दिसंबर मध्य व अंतिम सप्ताह तक निर्माण कार्य जारी रखे जाते हैं।
केदारनाथ धाम में इस वर्ष अक्टूबर में ही जोरदार बर्फबारी शुरू हो गई है। धाम में तापमान मानइस चार डिग्री तक पहुंच गया है, इसका सबसे बुरा असर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत हो रहे पुनर्निर्माण कार्यों पर भी पड़ रहा है। यदि बर्फबारी का दौर जारी रहा तो केदारनाथ धाम में नवंबर व दिसंबर महीने में निर्माण कार्य जारी रखना चुनौती हो जाएगी।
धाम में बर्फबारी होने से निर्माण एजेंसी और मजदूर लौटे वापस | kedarnath dream project effect due to increase snowfall
2013 की आपदा के बाद से केदारपुरी को नए सिरे से बसाया जा रहा है। तीन चरणों में पुनर्निर्माण कार्य किया जा रहा है, वर्तमान में द्वितीय चरण के कार्य संचालित हो रहे हैं। जिसका कार्य भी 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। आमतौर पर केदारनाथ धाम में दिसंबर मध्य व अंतिम सप्ताह तक निर्माण कार्य जारी रखे जाते हैं।
धाम में तीन से चार फीट बर्फ जम जाने के बाद पुनर्निर्माण कार्य पूरी तरह ठप पड़ जाते हैं और कार्य में लगे सभी मजदूर व निर्माण एजेंसी के अधिकारी धाम से वापस गौरीकुंड लौट जाते हैं। इस बार की बात करें तो अक्टूबर महीने के मध्य में ही दो तीन बार जोरदार बर्फबारी हो चुकी है, यदि बर्फबारी का दौर यूं ही जारी रहा तो आने वाले नवंबर महीने में धाम में बर्फ जम जाएगी, जिसके बाद पुनर्निर्माण कार्य जारी रखना काफी मुश्किल हो जाएगा।
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निर्माण कार्य समय पर पूरा होने को लेकर संशय | kedarnath dream project effect due to increase snowfall
वर्तमान में केदारनाथ धाम का तापमान भी शून्य से चार डिग्री तक नीचे पहुंच रहा है, जबकि अक्टूबर महीने में धाम में तापमान शून्य से नीचे नहीं जाता था । यदि नवंबर में ही एक महीने पूर्व पुनर्निर्माण कार्य बंद हो गए तो इसका असर निर्माण कार्यों पर पड़ेगा। निर्माण कार्य तय समय पर होने को लेकर भी संशय बन जाएगा। इस वर्ष द्वितीय चरण के एक दर्जन निर्माण कार्य पूरा हो
प्रथम चरण में हुए लगभग 200 करोड़ के पुनर्निर्माण कार्य | kedarnath dream project effect due to increase snowfall
- शंकराचार्य समाधि
- तीर्थ पुरोहितों के घरों का निर्माण
- केदारनाथ पैदल मार्ग का निर्माण
- सरस्वती व मंदाकिनी नदी पर आस्था पथ का निर्माण
- मंदाकिनी व सरस्वती नदी पर सुरक्षा दीवार का निर्माण
- मंदिर के पीछे थ्री लियर कंक्रीट की दीवार का निर्माण
- मंदाकिनी व सरस्वती नदी पर घाटों का निर्माण
- गढ़वाल मंडल विकास निगम के लिए भवनों का निर्माण
- केदारनाथ मंदिर परिसर का चौड़ीकरण
- केदारनाथ मंदिर से ठीक आगे 200 मीटर पैदल मार्ग का चौड़ीकरण व चबूतरे का निर्माण
- केदारनाथ धाम से गरुड़चट्टी तक पैदल मार्ग का निर्माण
- मंदाकिनी नदी पर गरुड़चट्टी जाने के लिए पैदल पुल का निर्माण
- बेस कैंप में हाट बाजार का निर्माण
- केदारनाथ धाम में दो हेलीपैड का निर्माण
- केदारनाथ धाम से गरुड़चट्टी तक 3.5 किमी लंबा पैदल मार्ग का निर्माण
द्वितीय चरण के निर्माणाधीन कार्य | Snowfall may increase difficulties for PM Modi’s dream project
180 करोड़ की लागत सेबदरी केदार मंदिर समिति का भवन निर्माण, हाट बाजार का निर्माण ,सरस्वती नदी पर पुल निर्माण, मुख्य पुजारी का आवास, पैदल मार्ग पर रेन शेल्टर का निर्माण, चिकित्सालय भवन का निर्माण, म्यूजियम का निर्माण, प्रवचन हाल का निर्माण,वाटर एटीएम का निर्माण, संगम घाट का निर्माण सीवर प्लांट, पुलिस स्टेशन का निर्माण, दो अतिथि गृह का निर्माण, तीर्थपुरोहितों के घरों का निर्माण, आदि.
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