इस्राइल-फिलीस्तीन युद्ध में 500 से ज्यादा लोगों की मौत, पढ़ें किस देश ने क्या कहा?

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Israel-Palestine War. Hillvani News

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इस्राइल और फलस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच युद्ध में अब तक 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को हमास की तरफ से अचानक किए गए हमलों में इस्राइल के 300 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, इस्राइल की ओर से पलटवार में गाजा पट्टी से करीब 250 मौतों की बातें सामने आ रही हैं। इस बीच अमेरिका-भारत समेत कई देशों ने इस आतंकी हमले की निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने इस्राइल पर हमलों के मद्देनजर उसे आठ अरब डॉलर की आपात मदद मुहैया कराने का भी निर्देश दिया है। वहीं इजराइल और हमास की जंग के बीच लेबनान ने इजराइल पर हमला कर दिया है। इसके बाद इजराइली सेना ने लेबनान पर एयर स्ट्राइक की है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, लेबनान ने मोर्टार दागे हैं। इजराइल-हमास जंग के दूसरे दिन गाजा बॉर्डर पर इजराइली डिफेंस फोर्स के कमांडर नहल ब्रिगेड की मौत हो गई है। 300 इजराइलियों और 230 से ज्यादा फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं। 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर 5 हजार रॉकेट से हमला कर दिया था। इजराइल में 1,864 लोग और फिलिस्तीन में 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमास के हमलों के जवाब में इजराइल ने गाजा पट्टी में उनके 17 मिलिट्री कंपाउंड और 4 मिलिट्री हेडक्वार्टर्स पर हमले का दावा किया। इजराइल में बिगड़ते हालात के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा है। साथ ही इजराइल से भारत आने और जाने वाली फ्लाइट्स को रोक दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि मुश्किल घड़ी में भारत इजराइल के लोगों के साथ है।

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ये जंग लंबी चल सकती है, हम इसे जरूर जीतेंगे
जंग के बीच शनिवार रात को इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा- ये जंग लंबी चल सकती है। हम अपनी डिफेंस फोर्स की पूरी ताकत का इस्तेमाल करके हमास को तबाह कर देंगे। गाजा में रह रहे लोगों को बाहर निकल जाना चाहिए। उन्होंने कहा- शनिवार को जो हुआ वो इजराइल ने आज तक कभी नहीं देखा था और हम दोबारा ऐसा कभी होने नहीं देंगे। हमास हम सबकी हत्या करना चाहता है। वो मांओं और बच्चों को उनके घरों में मार रहा है। वो एक ऐसा दुश्मन है जो बुजुर्गों, बच्चों और लड़कियों को निशाना बनाता है। वो छुट्टियों का आनंद ले रहे बच्चों और आम नागरिकों का नरसंहार कर रहे हैं। इसके पहले शनिवार को नेतन्याहू ने जंग का ऐलान किया था। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था- ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
अभी हुए हमले की 3 वजह…
1- इजराइल अभी घरेलू मोर्चे पर व्यस्त था। ज्यूडिशियल सिस्टम की शक्तियां कम करने का कदम उठाने से जनता विरोध में थी।
2- यहूदियों के पवित्र त्योहार सिमचैट टोरा के आखिरी दिन ​था, लोग जश्न में ​थे।
3- 6 अक्टूबर को 1973 में हुई जंग की 50वीं एनिवर्सिरी थी। 6 अक्टूबर 73 को पड़ोसी देशों ने इजराइल पर हमला किया था। यहूदी इस दिन पापों के प्रायश्चित के लिए उपवास रखते हैं। यानी उनकी आस्था पर हमला किया गया है।

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अप्रैल से बनने लगे थे बड़े हमले के हालात
ताजा हमले के संकेत अप्रैल से मिलने लगे थे। दरअसल, वेस्ट बैंक इलाके में बार-बार इजराइली सैन्य अभियान चलाए जा रहे थे। तब गाजा ने इजराइल को उसी भाषा में जवाब देना तय किया। मई में इजराइल और हमास में छोटी लड़ाई हुई। एक हफ्ते बाद इजराइली हवाई हमलों में हमास के 3 नेता मारे गए। उस संघर्ष को मिस्र, यूएन ने खत्म कराया था।
1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुसे
इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के 7 इलाकों में लोगों से घर छोड़कर शहर में बने शेल्टर होम में जाने को कहा है। सेना यहां पर हमास के ठिकानों पर हमला करेगी। अलजजीरा के मुताबिक, 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुस गए हैं। 1948 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है। गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

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किस देश ने क्या कहा?
भारत- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इजराइल में हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और मृतकों के परिवार के साथ हैं। मुश्किल घड़ी में हम इजराइल के साथ हैं।
चीन- चीन ने इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हो रही हिंसा के बढ़ने पर गहरी चिंता जताई है।
यूक्रेन- यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने इजराइल के खिलाफ हमास के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा- हम इस जंग में इजराइल के साथ हैं। उन्हें अपनी और अपने नागरिकों की रक्षा करने का हक हैं।
ब्रिटेन- प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि मैं हमास के हमले से हैरान हूं। इजराइल को अपनी सुरक्षा का पूरा अधिकार है।
फ्रांस- राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि दुख की घड़ी में वो हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के साथ हैं।
EU- यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सला ने कहा है कि इजराइल को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है। हिंसा को रोकना जरूरी है।
अमेरिका- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास के आतंकवादी इजराइली सैनिकों और नागरिकों को सड़कों और उनके घरों में मार रहे हैं, ये गलत है। इजराइल की मदद के लिए हम हर तरह से तैयार हैं। उसे अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है। वहीं, अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि वो इस बात का ध्यान रखेंगे कि इजराइल को अपनी सुरक्षा में किसी तरह की कमी न रहे।
ईरान- सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई के एडवाइजर ने कहा है कि हम फिलिस्तीन के इजराइल पर किए अटैक का समर्थन करते हैं।
कतर- कतर ने इजराइलियों को फिलिस्तीनी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है ।
ऑस्ट्रेलिया- प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि हम इस समय अपने मित्र इजराइल के साथ खड़े हैं। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।
तुर्किये और रूस- दोनों ही देशों ने किसी की साइड न लेते हुए कहा है कि मसले का हल बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए।

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