मुख्यमंत्री धामी पहुंचे आपदा कंट्रोल रूम, अधिकारियों को दिए निर्देश। जानें यात्रा मार्गों की स्थिति..
![Chief Minister Dhami reached disaster control room. Hillvani News](https://hillvani.com/wp-content/uploads/2023/07/18_07_2023-cm-dhami_23474547_131453949-1-1024x576.jpeg)
Chief Minister Dhami reached disaster control room. Hillvani News
उत्तराखंड में आज मंगलवार को बारिश के अलर्ट को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देहरादून में आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर प्रशासन को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। सीएम ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी आपदा की स्थिति में लोगों को शीघ्र राहत मिले, इसके लिए पूरी तैयारी रखी जाए। जनपदों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाइयों व अन्य आवश्यक सामग्री की पूरी व्यवस्था रखी जाए। सीएम ने सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि लक्सर, खानपुर व प्रदेश के अन्य ऐसे स्थानों जहां पर कम बरसात के बावजूद भी जलभराव की समस्याएं आ रही है, वहां के लिए ड्रेनेज की उचित व्यवस्था करें।
यह भी पढ़ेंः महादेव को प्रसन्न करने के लिए उत्तराखंड के इस मंदिर में रावण ने दी थी अपने नौ सिरों की आहुति..
यह भी पढ़ेंः सावधान रहेंः श्रीनगर डैम से अलकनंदा में छोड़ा अतिरिक्त पानी, जानें ऋषिकेश-हरिद्वार कब पहुंचेगा पानी..
गंगा का जलस्तर बढ़ने का अलर्ट
केंद्रीय जल आयोग की ओर से हरिद्वार, ऋषिकेश व मैदानी क्षेत्र में मंगलवार दोपहर बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने का अलर्ट जारी किया गया है। ऋषिकेश में हालांकि गंगा चेतावनी देखा से काफी नीचे बह रही है। आयोग की मानें तो अलकनंदा का वाटर लेवल बढ़ रहा है। जिससे मैदानी क्षेत्र में जल स्तर बढ़ेगा। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रुद्रप्रयाग संगम पर अलकनंदा नदी का डिस्चार्ज 2900 के आंकड़े को छू गया। आयोग की ओर से श्रीनगर बांध के निचले क्षेत्रों में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए जानकारी प्रदान की गई है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में फिर गहराया बिजली संकट, पड़ रही कटौती की मार। फाल्ट आने की शिकायतें भी बढ़ी..
गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे बंद
1- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन होने से अवरुद्ध है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग मनेरी के पास और सैंज में सुचारू हो गया है। परंतु नलूणा और हेल्गु गाड़ के पास राजमार्ग अभी अवरुद्ध है। उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में वर्षा हो रही है।
2- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर मनेरी के पास भूस्खलन की जद में एक टेम्पो आ गया। शुक्र ये रहा है कि टेम्पो चालक ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई।
3- मंगलवार को यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थान डाबरकोट के पास मलबा आने के कारण अवरुद्ध हुआ था। जिसे एनएच बड़कोट द्वारा सुचारु कर दिया। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग झंझर गाड़ के पास करीब तीन घंटे अवरुद्ध रहा। बाद में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बड़कोट खंड की टीम ने राजमार्ग को सुचारू कर दिया।
4- टिहरी में वर्षा से यमुनोत्री राजमार्ग सहित 18 लिंक रोड मलबा आने से बंद हैं। जौनपुर ब्लॉक के नैनगाव में यमुनोत्री राजमार्ग बंद हुआ है। मार्ग खोलने में मशीनें लगाई गई हैं।
यह भी पढ़ेंः चंडीगढ़ः उत्तराखंड के युवक का रेलवे ट्रैक पर कटा शव मिला, कई दिनों से था लापता…
गौरीकुंड हाईवे अवरुद्ध
1- रुद्रप्रयाग में बारिश जारी है। गौरीकुंड हाईवे तरसाली व फाटा में अवरुद्ध है। अभी बदरीनाथ हाईवे पर यातायात सुचारू है। जिले में 21 मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं और चालीस गांवों का संपर्क कटा हुआ है।
2- रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड हाईवे पर फाटा से आगे कुमडी में एक रेस्टोरेंट भूस्खलन की चपेट में आ गया। इसमें दो युवकों के घायल होने की सूचना है। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बदरीनाथ हाईवे छिनका में खुला, यात्रा सुचारु
1- चमोली जनपद में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध हो गया था। हाईवे नंदप्रयाग और छिनका में भूस्खलन से बाधित था, जिसे बाद में खोल दिया गया। करीब 1000 यात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे थे।
2- नारायणबगड़ के केवर गांव में भूस्खलन से गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई है। यहां कई पशु मलबे में दब गए हैं। घाट के बेरा में मोक्ष नदी ऊफान पर है। इस कारण मकानों को खतरा पैदा हो गया है। यहां तीन घरों को खाली कराया गया है।
यह भी पढ़ेंः निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखंड शीर्ष पहाड़ी राज्य, देश में पाया नौवां स्थान..