UKSSSC मामले में जूनियर इंजीनियर गिरफ्तार। STF ने कहा नकलची करें सरेंडर, हाकम पर ED कसेगा शिकंजा..
UKSSSC पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की कार्रवाई जारी है इसी क्रम में एसटीएफ ने एक जेई को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक 20 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। धामपुर निवासी जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को आज गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ललित नाम का शख्स चर्चाओं में आया था। वह धामपुर (बिजनौर) का रहने वाला है। एसटीएफ ने बृहस्पतिवार को ललित हिरासत में ले लिया। पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं। दरअसल यह उत्तर प्रदेश में हाकम सिंह के एक एजेंट के तौर पर काम करता है। वह हाकम को बीते आठ वर्षों से जानता है। बताया जा रहा है कि ललित सहारनपुर में जल संस्थान का जेई है। उसकी पत्नी देहरादून में एक निगम में एई के पद पर तैनात है। सूत्रों के मुताबिक वह कई और परीक्षाओं में भी हाकम के संपर्क में रहा है। उसने स्नातक स्तर की इस परीक्षा में पास कराने के लिए भी कुछ अभ्यर्थियों को देहरादून में हाकम के पास भेजा था।
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22 जुलाई को मुकदमा दर्ज होने के बाद एसटीएफ ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर लीक की जांच शुरू की थी। तीन दिन बाद ही छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। अब तक मामले में बीस गिरफ्तारियां हो चुकी है। उत्तराखंड परीक्षा पेपर लीक मामले में उत्तराखंड नकल माफिया के तार उत्तर प्रदेश के नकल माफिया से जुड़ रहे हैं। एसटीएफ उत्तराखंड द्वारा लंबी गहन पूछताछ के बाद धामपुर निवासी जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है और आज उसे न्यायलय में पेश किया जाएगा। ललित राज शर्मा के धामपुर स्थित फ्लैट पर दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा से पहली रात पेपर लीक के प्रश्नों को सॉल्व किया था। नकल के अड्डे पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लोग इकट्ठा हुए थे। जिसके बाद एसटीएफ ने बड़े खुलासे के लिए टीम को गैर प्रांतों में रवाना किया गया है।
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नकलचियों करें सरेंडर
UKSSSC Paper Leak मामले में एसटीएप ने एक बार फिर से नकलचियों को एक बार फिर सरेंडर करने की चेतावनी दी है। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने साफ तौर पर कहा कि अगर जल्द ही पेपर लीक मामले में सत्यापित हुए नकलची (अभ्यर्थी) एसटीएफ के सामने आकर अपने बयान दर्ज नहीं कराते तो जल्दी ही उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी।
हाईकोर्ट के सीटिंग जज हो मामले की जांच
वहीं कांग्रेस के संगठन महामंत्री मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि पूरे मामले की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों नहीं एसटीएफ उन विधायकों के नामों का खुलासा कर रही है। जिनके 6-6 रिश्तेदार एक ही विभाग में एक साथ नौकरियों पर लगे हैं। उन्होंने कहा कि इतने बड़े घोटाले में भाजपा के कुछ नेताओं की संलिप्तता नजर आ रही है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि जीरो टॉलरेंस की सरकार में इतनी बड़ी धांधली हो जाती है और भाजपा के ही नेता इसमें शामिल होते हैं। बावजूद उसके उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है और ना ही विधायकों के नामों का खुलासा किया जा रहा है।
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हाकम सिंह पर अब ईडी का शिकंजा
एसटीएफ को इस सिंडिकेट में दूसरे आरोपियों की तलाश है। साथ ही बड़े नेताओं और अफसरों के साथ फोटो खिंचवाने वाले हाकम सिंह पर अब ईडी का शिकंजा कसने वाला है। वहीं कोर्ट, पुलिस और सचिवालय से गिरफ्तार कर्मचारियों के खाते भी ईडी खंगालेगी कि आखिर पेपर लीक करके किसने कितना पैसा बनाया।
मुख्यमंत्री धामी ने सख्स एक्शन के लिए कहा
पेपर लीक मामले की जांच मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शुरू हुई। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुसार आखिरी आरोपी को जेल भेजने तक सरकार चुप नहीं बैठेगी। अक्सर ईडी की कारवाई पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस भी चाहती है कि छोटे कर्मचारी हो या बड़े नेता, इस खेल में शामिल आरोपी को जेल में होना चाहिए।
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