बुजुर्ग ने दिया साहस का परिचय। अपनी नातिनियों के लिए भिड़ गए खूंखार भालू से, गंभीर घायल..
उत्तरकाशी: प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में वन्यजीव व मानव संघर्ष लगातार जारी है आये दिन पहाड़ी क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं। वहीं जनपद के एक गांव में दो बालिकाओं पर एक भालू ने हमला कर दिया पर साथ में बालिकाओं के साथ बुजुर्ग ने साहस का परिचय देते हुए आपने नातिनियों को सुरक्षित बचा लिया लेकिन बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। दरअसल ग्राम सैज में साहस का परिचय देते हुए एक बुजुर्ग ने अपनी 18 वर्षीय नातिन व 22 वर्षीय नातिन को भालू का शिकार बनने से बचाया। जिसमें बुजुर्ग प्रताप सिंह पवार जिनकी उम्र लगभग 60 वर्ष से अधिक है।
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बुजुर्ग ने साहस का परिचय देते हुए अपनी नातिनों को भालू के हमले से बचाया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बुजुर्ग प्रताप सिंह पवार अपनी नातिनियों के साथ नहीं होते तो भालू उन पर हमला कर चुका था। लेकिन बुजुर्ग दादा ने अपनी जान की बाजी लगाकर दोनों बालिकाओं को सुरक्षित बचाया लिया। जिस दौरान बुजुर्ग पर भालू ने हमला किया और बुजुर्ग ने भी भालू पर धावा बोला जिसे बुजुर्ग को भी गहरी चोट आई है जिससे बुजुर्ग घायल हो गया। जिसके बाद बुजुर्ग को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
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वहीं विकासखंड भटवाड़ी की प्रमुख विनीता रावत ने वन विभाग पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी अधिकारियों के खिलाफ सीएम एवं वन मंत्री से वार्ता करेंगी। इस प्रकार की घटना के संदर्भ में वन विभाग को कई बार मौखिक एवं लिखित रूप से सूचित किया गया है परंतु विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई। प्रमुख विनीता रावत का कहना है कि जल्द ही वन विभाग भालू को पिंजरे में कैद करे वरना वन विभाग के खिलाफ जनआक्रोश भड़क उठेगा। ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार के साहस के लिए बुजुर्ग प्रताप सिंह को उचित उपचार के साथ पुरस्कृत भी करना चाहिए। यह जानकारी ग्राम सैंज के सामाजिक कार्यकर्ता बचेन्द्र सिंह भंडारी जी के द्वारा दी गई….