पौड़ी : विभिन्न मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे लोग, पढिए क्या है मागें..

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People took to the streets with various demands

People took to the streets with various demands : पौड़ी में आज गुरुवार को शहर में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने, पूर्व की भांति टैक्सी वाहनों का संचालन किए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर लोगों का सैलाब सड़कों पर उतर पड़ा। लोगों द्वारा मांगो को लेकर शहर में जनाक्रोश निकाली गई। समर्थन में व्यापार सभा ने भी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रखे। जिससे बाजारों में सन्नाटा ही पसरा रहा। जिसका व्यापक असर देखने को मिला।

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विभिन्न गांवों से आए लोग रामलीला मैदान में हुए एकत्रित | People took to the streets with various demands

बता दे शहरवासियों, दुकानदारों, विभिन्न संगठनों के साथ ही विभिन्न गांवों से आए लोग सुबह रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। कार्यक्रम में काफी संख्या महिलाओं ने भी शिरकत की। यहां सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य निर्माण की लड़ाई पौड़ी से ही शुरु हुई लेकिन राज्य बनने के बाद सबसे ज्यादा उपेक्षा पौड़ी शहर की हुई।
कहा कि पर्यटन की संभावनाओं के बाद यह शहर बुनियादी सुविधाओं के अभाव में पर्यटकों से दूर है। जिससे यहां का व्यापार भी काफी प्रभावित हुआ है। अब तक चुने गए जन प्रतिनिधियों के प्रति भी वक्ताओं ने रोष जताया। सभा के बाद यहां से जन सैलाब के रुप में जनाक्रोश रैली अपर बाजार होते हुए एजेंसी चौक, माल रोड़, बस स्टेशन, धारा रोड़ होते हुए कलक्ट्रेट परिसर पहुंची।

12 सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा | People took to the streets with various demands

इस दौरान वक्ताओं ने व्यापारियों पर थोपे गए ट्रैड लाइसेन्स को समाप्त करने, जिला अस्पताल को पीपीपी मोड़ से हटाकर कर यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति करने, कूड़ा निस्तारण के लिए ट्रैचिंग ग्रांउड बनाने, शहर से अतिक्रमण हटाने, पूर्व की भांति टैक्सी वाहनों का संचालन शुरु करने, गांधी मैदान को बच्चों के लिए खेलने के लि मुहैया कराने सहित 12 सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा।

इसके साथ ही चेतावनी दी कि जल्द ही समस्याओं का समाधान न हुआ तो व्यापक स्तर पर आंदोलन व अनशन जैसे कदम उठाए जाएंगे। कहा कि जल्द ही समस्याओं का समाधान न हुआ तो व्यापक स्तर पर आंदोलन व अनशन जैसे कदम उठाने को बाध्य होना पड़ेगा।

इस मौके पर संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला, अध्यक्ष मनोज रावत अंजुल, कुलदीप गुसांई, निखिल रौथाण, अखिलेश नेगी, देवेंद्र रावत, केशर सिंह नेगी, दीपक कुकसाल, विनोद नेगी, सरिता नेगी, कमला रावत, मीनाक्षी रावत, जसपाल रावत, केशर सिंह असवाल, सचिन बड़थ्वाल, अनीता रावत, विमलेश कुमार, कांता, संजय बडोनी, दिनेश बिष्ट, रविंद्र रावत, कमल रावत, राजेंद्र राणा, अनीता काला सहित सैकड़ों की तादाद में लोग शामिल रहे।

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