जागर संरक्षण दिवस: डीजीपी समेत 4 को डांडी कांठी रत्न और 11 लोगों को राज्य वाद्य यंत्र सम्मान..
देहरादून के नगर निगम स्थित टाउन हॉल में “डांडी-कांठी क्लब” द्वारा जागर सरंक्षण दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। सामाजिक संस्था “डांडी-कांठी क्लब” लगातार लोककला और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं को बढ़ावा देने में जुटी हुई है। मध्य हिमालयी संस्कृति के सरोकारों के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए समर्पित सामाजिक संस्था “डांडी-कांठी क्लब” विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी (जागर, पवाड़े, लोकगीतों, लोकवाद्यों एवं विलुप्त होती विधाओं को संरक्षित करने के संकल्प के साथ) 17 सिंतबर को छठवां “जागर संरक्षण दिवस” मनाया। जिसमें प्रदेश के (विभिन्न क्षेत्रों से अलग-अलग विधाओं में 06 पांरगत श्रेष्ठ विभूतियों एवं 5 ढ़ोलियों सहित) कुल 11 विभूतियों को “राज्य वाद्य यंत्र सम्मान-2023” और अपने पद क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दे रहे 4 अधिकारियों को “डांड़ी कांठी रत्न-2023” से सम्मानित किया गया।
11 विभूतियों को “राज्य वाद्य यंत्र सम्मान-2023”
1- डॉ. महेश कुड़ियाल, वरिष्ठ न्यूरो सर्जन
2- श्रीमती रेखा घस्माना उनियाल, वरिष्ठ लोकगायिका
3- श्री वीरेंद्र सिंह “राही”, गायक एवं संगीतकार
4- श्री सोहन चौहान, उत्तराखंडी फिल्म निर्देशक
5- श्रीमती शारदा ध्यानी, कथक नृत्यांगना
6- श्री ज्योति प्रसाद सेमवाल, पारंपरिक भोज
7- श्री गिरीश चोडियाटा, ढ़ोलवादक
8- श्री अब्बल दास, ढ़ोलवादक
9- श्री नत्थी दार धिरमोली, ढ़ोलवादक
10- श्री केम चंद, ढ़ोलवादक
11- श्री खन्तू मिस्त्री पुजारी, पारंपरिक जागरी
4 अधिकारियों को “डांड़ी कांठी रत्न-2023”
1- श्री अशोक कुमार (आईपीएस), महानिदेशक उत्तराखंड पुलिस
2- इं. निलिमा गर्ग, मुख्य महाप्रबंधक, उत्तराखंड जल संस्थान
3- इं. सुरेश चंद्र पंत, प्रबंध निदेशक, उत्तराखंड पेयजल निगम
4- सुश्री बीना भट्ट, निदेशक, संस्कृति विभाग उत्तराखंड
कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण हुड़की थाली के जागर की प्रस्तुति रही जिसमें अजीत धामी, वीरेंद्र नेगी राही, रोशनलाल नेत्रहीन, खन्ता मिस्त्री ने जागर गीत गाए। वहीं नरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम भरतवाण, मीना राणा, धनराज शौर्य और विवेक नौटियाल ने खूबसूरत प्रस्तुति दी। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज, महापौर देहरादून सुनील उनियाल गामा, रविंद्र जुगरान वरिष्ठ आंदोलनकारी मौजूद रहे।