उत्तराखंड अपडेट: कुमाऊँ में बारिश का कहर, 2 दर्जन से ज्यादा मौत, 20 करीब लापता..
उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर बरसी। बारिश से हर तरफ त्राहि त्राहि मचा दी। नैनीताल में गोला नदी का पुल टूट गया है। काठगोदाम रेलवे शंटिंग लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई है। वहीं अब एक बड़ी खबर रामगढ़ से आ रही है। यहां बादल फटने से तबाही मची है। रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया रामगढ़ से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है, जहां भारी बरसात के चलते 1 दर्जन से अधिक मकान नदी में समा गए हैं, जिसके चलते 15 लोगों के मरने व 20 लोग लापता होने की खबर है। दूरस्थ क्षेत्र होने के चलते जिला प्रशासन के पास घटना की सूचना काफी देर में पहुंची। जिसके बाद मौके के लिए बचाव टीम रवाना हो गई है। तेज बारिश के नैनीताल जिले में स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल हो गई है। सभी रास्ते बंद हैं। अब जिले में मदद के लिए आर्मी को बुलाया जा रहा है। रानीखेत से आर्मी बुलाई जा रही है। नैनीताल जिला प्रसाशन ने लोगों से सुरक्षित स्थान में रहने की अपील की है। आर्मी अफसरों ने बताया कि उन्होंने नैनीताल और अल्मोड़ा जिले की सीमा से लगे स्थानों में रेस्कयू अभियान शुरू कर दिया है। सड़क मार्ग बंद होने के चलते राहत-बचाव कार्य में देरी हो रही है। इस कारण आर्मी और एयरफोर्स की मदद ली जा रही है।
अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण तहसील के रापड गांव में भी पहाड़ी से मलबा आने के कारण एक मकान ध्वस्त हो गया। हादसे में तीन लोग जमींदोज हो गए। कुछ लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। एसडीआरएफ की टीम मौके पर रेस्क्यू कर रही है। वहीं कपकोट के भनार गांव के एक युवक पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आ गया, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई है। अल्मोड़ा में हीरा डूंगरी नामक जगह पर एक मकान की दीवार गिरने से किशोरी अरुमा सिंह पुत्री त्रिलोक सिंह मलबे में दब गई। उसका शव बरामद कर लिया गया है। बता दें कि 10 मकान जिले के विभिन्न क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। प्रदेश के कुमाऊं क्षेत्र में आज लगातार बारिश जारी है और उसके चलते नदी नाले उफान पर हैं बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं अल्मोड़ा चंपावत नैनीताल में भी लोगों के हताहत होने की सूचनाएं सामने आ रही है ऐसे में दिल्ली जाने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर सकते हैं। मुख्यमंत्रीपुष्कर सिंह धामी का आज हल्द्वानी प्रस्तावित कार्यक्रम है 1:00 बजे के आसपास के आस-पास उतर सकते हैं गौलापार हेलीपैड पर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से उत्तराखण्ड में अतिवृष्टि से हुए नुकसान और संचालित बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिये जाने के प्रति आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
वहीं अक्टूबर महीने में हुई बारिश ने आज तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। हालत यह हो गई कि नैनीझील इतनी उफना गई कि झील के इसके दोनों निकासी गेट खोलने पड़े। वह भी डेढ़ फीट की अपनी पूरी क्षमता के अनुसार खोलने पड़े। इसके बावजूद रात तक माल रोड और नैना देवी मंदिर परिसर में झील का पानी हिलोरे मारता रहा। आमतौर पर सितंबर में मानसून की विदाई के बाद अक्तूबर में नैनीझील का जलस्तर काफी घट जाता है। 18 अक्तूबर की तिथि में 2020 में यह 8 फीट 6 इंच, 2019 में 8 फीट 8 इंच, 2018 में 11 फीट, 2017 में 10 फीट 3 इंच, 2016 में 7 फीट 7 इंच, 2015 में 8 फीट 5 इंच, 2014 और अतिवृष्टि वाले 2013 दोनों में जलस्तर 10 फीट 5 इंच रहा। लेकिन सोमवार को झील का जलस्तर काफी बढ़ गया। अक्तूबर में झील का पानी उच्चतम स्तर 12 फीट तक पहुंचा है। नैनीताल में कल से अब तक 150 मिमी से ज्यादा वर्षा हो चुकी है और यदि पूर्वानुमान के अनुसार यह रात में जारी रही तो यह अक्तूबर में सर्वाधिक वर्षा का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बन जाएगा। झील के डांठ इसी वर्ष ऑटोमेटिक स्काडा सिस्टम से खुलने की व्यवस्था की गई थी लेकिन इसमें एक बार में तीन इंच से ज्यादा डांठ नहीं खोले जा सकते इसलिए उन्हें मैन्युअली खोलना पड़ा।
भारी बारिश से हुई बड़ी घटनाएं
1- रामगढ़ के सकूना झुतिया में फटा बादल, बादल फटने से मकान में भारी मलबा आया। 15 लोगों की मौत 20 से ज्यादा लापता होने की सूचना है
2- पिथौरागढ़ 29 सड़के बंद।
3- रामनगर मोहान के रिजॉर्ट में 100 लोगों फंसे होने की सूचना।
4- नैनीताल के गुफा महादेव क्षेत्र के कई मकान कराए गए खाली।
5- ओखलकांडा में भी मलवा आने से भारी नुकसान।
6- नैनीताल जिले की अधिकतर सड़कें हुई बंद।
7- काठगोदाम रेलवे शंटिंग लाइन क्षतिग्रस्त।
8- राज्य में अबतक 16 से अधिक लोगों की बारिश के कहर से मौत हो चुकी है।
9- रुद्रप्रयाग में परसों 17 नवम्बर को 1 मौत, पौडी में कल 18 नवम्बर को 3 मौत, चंपावत में 18 नवंबर को 2 मौत की खबर है।
10- आज अल्मोड़ा के रापड़ में मकान में दबने से 3 बच्चों की मौत हो गई, जबकि अल्मोड़ा के ही हीरा डूंगरी में 1 बच्ची की मौत हुई।
11- बागेश्वर में पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई।