उत्तराखंड में बारिश का कहर.. टिहरी में पहाड़ी से भारी भूस्खलन, कई मकान दबे..
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के बाद कुदरत का कहर बरप रहा है। पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं तो वहीं भारी बारिश के चलते पहाड़ों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई है। वहीं घनसाली के बूढाकेदार क्षेत्र से खबर आ रही है। जहां बालगंगा तहसील के ग्राम कोट बूढ़ाकेदार में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा रिहायशी इलाके में आ गया। इस मलबे की चपेट में करीब चार मकान आ गए हैं। वहीं कई पशु भी मलबे में दबे हैं। मकानों के मलबे में दबने की सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी घनसाली समेत राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मौके पर मुआयना कर प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः स्कूल जारी रही 9वीं की छात्रा नदी में बही, बहन को बचाने के लिए भाई ने भी लगाई छलांग..
बता दें कि बूढाकेदार के कोट गांव में भारी भूस्खलन से चार मकान सहित मवेशियों के दबने की सूचना से जिले में हड़कंप मचा है। यहां कहीं चमोली जैसा हादसा न हो जाए इसके लिए बिजली विभाग भी सतर्क हो गया है। यूपीसीएल को विद्युत ब्रेक डाउन करने के लिए सूचित किया गया है। इसके साथ ही पशु चिकित्सकों की टीम को भी प्रभावित इलाके में पहुंची है, ऐसी आशंका है कि मकान के अंदर कई पशु दबे हैं। बूढाकेदार के कोट गांव में भारी हुए भूस्खलन में उमेद सिंह, सुंदरलाल, जयंतीलाल, देवदास, दीपू लाल, सिन्दू लाल और गोपाल लाल के मकान पूरी तरह से चपेट में आ गये।
यह भी पढ़ेंः अजब है यह पटवारी.. रिश्वत लेते पकड़ा गया तो निगल गया 500 के कई नोट, अस्पताल में उगले नोट..
सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय निवासी सतीश रतूड़ी ने बताया कि मलबा आने से कुछ घर छतिग्रस्त हो गए हैं और सड़क पर खड़े कुछ वाहनों को भी क्षति पहुंची है। गनीमत रही कि सुबह के समय यह लोग मकान से बाहर आंगन में आए हुए थे सामने से लोगों की चिल्लाने की आवाज आई कि पहाड़ी से मलबा आ रहा है तो आनन फानन में यह लोग मकान से बाहर निकल गए। जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। लेकिन मकानों के अंदर कई पशु दब गये हैं। टिहरी जिले में बारिश ने कहर मचा रखा है।
यह भी पढ़ेंः पटवारी और एई-जेई पेपर लीक प्रकरण में फरार आरोपी के घर की हुई कुर्की..