सरकारी नौकरी बेचने वालों पर चलेगा STF का चाबुक, इन आरोपियों पर होगी पहले कार्रवाई। बना यह प्लान..

STF's whip on government job sellers. Hillvani News
उत्तराखंड में सरकारी नौकरियों के धंधेबाजों करने वालों पर धामी सरकार का सख्त एक्शन होने वाला है। आरोपियों पर एसटीएफ बड़ी कार्रवाई करने जा रही है। युवाओं को सरकारी नौकरियां बेचने वाले आरोपियों की अकूत संपत्ति को एसटीएफ जब्त करेगी। एसटीएफ परीक्षा घपलों में गिरफ्तार आरोपियों की संपत्तियों का ब्योरा जुटा रही है। इनमें प्रमुख आरोपियों की संपत्तियों की जानकारी जुटा ली गई है। भर्ती घपले के एक प्रमुख आरोपी जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह की मोरी में स्थित भू-संपत्तियों पर बुलडोजर चला दिया गया है। एसटीएफ जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चलाने के बाद अब कुछ संपत्तियां कब्जे में लेने की तैयारी कर रही है।
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संपत्ति जब्त करने के लिए जल्द कार्रवाई होगी शुरू
हाकम की हरिद्वार में स्थित संपत्तियों की भी खोजबीन की जा रही है। हाकम पर गैंगस्टर ऐक्ट लगाया गया है। इसलिए संपत्तियां जब्त करने में कोई कानूनी अड़चन नहीं होगी। हाकम के बाद रामनगर के कारोबारी चंदन सिंह मनराल का नंबर बताया जा रहा है। भर्ती घपले में अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मनराल को सबसे ज्यादा मालदार बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मनराल की संपत्तियों का भी पता लगा लिया गया है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह का कहना है कि परीक्षा घपले में गिरफ्तार प्रमुख आरोपियों की संपत्ति का रिकार्ड जुटाया जा रहा है। इसमें कुछ आरोपियों की संपत्तियों की जानकारी मिली है। इन्हें जब्त करने के लिए जल्द कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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उत्तराखंड के आरोपियों पर पहले कार्रवाई
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक परीक्षा घपलों में गिरफ्तार उत्तराखंड के आरोपियों की संपत्ति की जानकारी पहले जुटाई गई। इसमें चंदन मनराल, शशिकांत और गिरफ्तार सचिवालय व कोर्ट कर्मचारियों का नाम सबसे ऊपर हैं। इसके अलावा वीपीडीओ परीक्षा घपले में में गिरफ्तार आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष डा. आरबीएस रावत, तत्कालीन सचिव मनोहर सिंह कन्याल और तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र सिंह पोखरिया की संपत्तियों की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
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राजेश चौहान समेत कई की संपत्ति भी जब्त होगी
एसटीएफ के मुताबिक लखनऊ की आरएमएस कंपनी के संचालक राजेश चौहान का नाम तीन परीक्षा घपलों में शामिल है। वहीं उसके करीबी सादिक मूसा, धामपुर के माफिया केंद्रपाल, कोर्ट कर्मचारी मनोज जोशी समेत दस से ज्यादा आरोपियों की संपत्तियों पर एसटीएफ ने फोकस किया है। कई जिलों के रजिस्ट्रार कार्यालयों से इनकी जमीनों का रिकार्ड निकाला गया है। वहीं गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर इनकी संपत्तियों का ब्योरा जुटाकर कार्रवाई की तैयारी है।
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