हत्या का षड्यंत्रः 20 लाख में रची गई साजिश, खुले कई राज। कैबिनेट मंत्री के आवास की सुरक्षा बढ़ाई..
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद उनके आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आवास पर मेटल डिटेक्टर लगाने के साथ सिपाहियों और सादे कपड़ों में एलआईयू को तैनात किया गया है। मामले में मुख्यमंत्री ने डीजीपी समेत पुलिस के बड़े अफसरों संग बैठक कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस अफसरों को कई निर्देश भी दिए। मंत्री का सुरक्षा प्रोटोकॉल भी बदला जा सकता है। मंत्री की हत्या के षड्यंत्र का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में भी खलबली मच गई है। एक आरोपी को पकड़ा जा चुका है। इसके साथ ही अब पुलिस अफसरों को मंत्री की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। सोमवार को आईजी इंटेलीजेंस एपी अंशुमन भी मंत्री से मिलने यमुना कॉलोनी स्थित आवास पहुंचे और आवास के बाहर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने वहां पर एलआईयू को तैनात करने के निर्देश दिए। उनके जाने के बाद आवास के बाहर मेटल डिटेक्टर, दो सिपाही और एलआईयू कर्मियों को तैनात किया गया है। मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और इंटेलीजेंस के अधिकारियों के साथ भी बैठक की थी। इस दौरान उनसे अब तक हुई मुकदमे की कार्रवाई की जानकारी ली। मंत्री की सुरक्षा के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली। बताया जा रहा कि अब उनका सुरक्षा प्रोटोकॉल बदलने की बात चल रही है। इसके लिए शासन में विचार किया जा रहा है।
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20 लाख रुपये की दी सुपारी
सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बीते रविवार की देर शाम को कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि भाजपा नेता उमाशंकर दुबे ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि कोटाफार्म सिसौना निवासी हीरा सिंह थाना सितारगंज से पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। आरोपी हीरा इस मामले में स्वयं को जेल भिजवाने में कैबिनेट मंत्री (पशु पालन डेरी, मत्स्य विभाग व प्रोटोकोल) सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानते हुए उनसे रंजिश रखता है। सीओ ने बताया कि हीरा ने जेल में रहने के दौरान सिरसा फार्म थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) निवासी सतनाम सिंह से मिलकर मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र रचा था। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद हीरा ने सतनाम के बताए साथी सिरसा फार्म निवासी हरभजन सिंह व नौडांडी थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) के तांत्रिक अजीज उर्फ गुड्डू से मिलकर 20 लाख रुपये की सुपारी दे दी। 5.70 लाख रुपये एडवांस लेने के बाद तांत्रिक अजीज उर्फ गुड्डू कैबिनेट मंत्री बहुगुणा की हत्या की साजिश में जुट गया। गुड्डू ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि हरभजन सिंह ने उसे हीरा सिंह से मिलवाया था। साजिश को अंजाम देने के लिए कुल 20 लाख रुपये में सौदा हुआ था। शेष रकम बाद में दी जानी थी। उसने अपनी मां के इलाज में तीन लाख रुपये खर्च कर दिए थे। एडवांस लेने के बाद करीब चार माह का समय बीत जाने से परेशान गुड्डू आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों से सम्पर्क साधने में लगा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूत्र बताते हैं कि उसने किच्छा क्षेत्र में आपराधिक प्रवृत्ति के चार-पांच लोगों से सम्पर्क साधा था। दूसरी ओर, पुलिस के हत्थे अभी सिर्फ चार आरोपी चढ़े हैं। पुलिस अब इन चार आरोपियों के सम्पर्क में रहे संदिग्ध लोगों को तलाशने में जुट गई है। सीडीआर और कॉल डिटेल से पुलिस को क्लू मिलने की काफी उम्मीदें हैं।
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पुलिस और एलआईयू तक को नहीं लग सकी भनक
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रच दी गई। बकायदा, इसके लिए एडवांस रकम तक दे दी गई, लेकिन जिला पुलिस और एलआईयू को इसकी कानोकान भनक नहीं लगी। समय रहते मंत्री के एक शुभचिंतक के जरिए उन्हें इस साजिश की जानकारी मिल गई। इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस साजिश की जानकारी दी, तब जाकर इस हत्या की सनसनीखेज साजिश का खुलासा हुआ। वहीं यूपी पुलिस की ओर से पैरोल पर छूटे सतनाम की भी निगरानी नहीं की गई। सतनाम सिंह निवासी सिरसा फार्म, बहेड़ी बरेली यूपी का निवासी है। वह वर्ष 2021 में एनडीपीएस एक्ट में किच्छा कोतवाली क्षेत्र में गिरफ्तार हुआ था। बताया जाता है कि उसके लीवर में खराबी है, इसलिए उसे पैरोल मिल जाती थी। इस दौरान वह यूपी के अपने घर समेत किच्छा आता-जाता करता था। पुलिस के अनुसार, वह एक अक्तूबर को पैरोल पर बाहर आया था। वह पहले भी इलाज के लिए पैरोल पर आ चुका था। पैरोल के दौरान स्थानीय पुलिस उसकी निगरानी करती है। सतनाम सिंह किच्छा क्षेत्र में गुड्डू व हरभजन सिंह के साथ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश में शामिल रहा। ऐसे में यह लापरवाही बड़ी हो सकती थी। सीओ ओपी शर्मा ने कहा कि कोतवाली प्रभारी भारत सिंह मामले की विवेचना कर रहे हैं। सतनाम के पैरोल के दौरान की गतिविधियों पर भी जांच का एंगल होगा।
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फिलहाल वाई स्पेशल सुरक्षा प्रोटोकॉल
वर्तमान में मंत्री सौरभ बहुगुणा का वाई स्पेशल सुरक्षा प्रोटोकॉल है। इसके तहत उनके साथ एक स्कॉट गाड़ी चलती है। यह सभी मंत्रियों का प्रोटोकॉल भी रहता है। ऐसे में अब उनका प्रोटोकॉल बढ़ाकर जेड भी किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए शासन स्तर पर ही फैसला किया जाना है। कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि मैं यदि सावधानी नहीं बरतता, तो कुछ भी हो सकता था। मुख्यमंत्री ने मुझसे बात की है। पुलिस महानिदेशक का भी मुझे फोन आया। इस पूरी साजिश को रचने और अंजाम देने वाले सलाखों के पीछे जाएंगे। वहीं पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि मुकदमे की जांच गंभीरता से की जा रही है। इसमें जो कोई भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हर पहलू की जांच की जा रही है।
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