आज समाज में बढ़ रहे नशे की आदत से युवा पीढ़ी दिग्भ्रमित हो रही है- डाॅ. आशुतोष किमोठी
ऊखीमठ। लक्ष्मण नेगीः विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी रुद्रप्रयाग में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राज्य सरकार की “आओ गाँव चलें -उत्तराखंड को तम्बाकू मुक्त करें ” थीम पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डाॅ. आशुतोष किमोठी (पूर्व राज्यमन्त्री उत्तराखंड सरकार ), विशिष्ट अतिथि आनंदमणि सेमवाल (संस्थापक नशामुक्ति संगठन गुप्तकाशी ) व प्राचार्य प्रो. पी.एस. जंगवाण ने छात्र -छात्रों, प्राध्यापकों और समस्त कर्मचारियों को नशा /तम्बाकू न लेने की शपथ दिलायी। डाॅ. किमोठी ने छात्र – छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज समाज में बढ़ रहे नशे की आदत से युवा पीढ़ी दिग्भ्रमित हो रही है। उन्होंने कहा कि अनेक युवा जो नशे में किसी कारणवश धंस जाते हैं और फिर उस नशे की पूर्ति के लिए कोई भी आपराधिक वारदात करने से नहीं हिचकिचाते। इससे बचने के लिए उन्होंने योग, प्राणायाम, ध्यान, ईश्वर प्रणिधान, आदि कार्यों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने के लिए आह्वान किया।
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नशा मुक्ति संगठन के प्रणेता आनंदमणि सेमवाल ने कहा की नशे की सामाजिक बुराई को सामूहिक प्रयास से ही दूर किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विवाह आदि समरोहों में परोसे जाने वाली बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू आदि का अब जनता द्वारा बहिष्कार किया जा रहा है। प्राचार्य प्रो. जंगवाण ने अपने वक्तव्य में नशे के कारण होने वाले दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला। नशे को सामाजिक बुराई बताते हुए इसे कभी न अपनाने का निवेदन किया। इस अवसर पर “तम्बाकू निषेध” विषय पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गयी व स्थान प्राप्तकर्ताओं को पारितोषिक प्रदान किये गए। कार्यक्रम में समाजसेवी पशुपतिनाथ, श्रीराम गोस्वामी, आनंद रावत, कुर्मी देवी, आयुर्वेदिक संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ. हर्षवर्धन बेंजवाल, संस्कृत महाविद्यालय की शिक्षिका डाॅ. पुष्पा नौटियाल समेत राजकीय महाविद्यालय गुप्तकाशी, आयुर्वेदिक संस्थान विद्यापीठ, संस्कृत महाविद्यालय विद्यापीठ के छात्र-छात्रायें व समस्त प्राध्यापक, कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. आजाद सिंह ने किया।
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