मतदान संपन्न होने के साथ प्रदेश का सबसे बड़ा सवाल..
उत्तराखंडः प्रदेश में 70 विधानसभा सीटों पर मतदान हो गए हैं। जिसके साथ ही प्रदेश में हर जनमानस की जुबान पर एक ही सवाल है कि आखिर प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनेगी और किसको स्पष्ट जनादेश मिलेगा या फिर बनेगी गंठजोड़ की सरकार…. उत्तराखंड के चुनावी समर में जोर लगाने वाले 632 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। अब ये 10 मार्च को पता चलेगा की किसको को मिला जनआश्रीवाद…
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इस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित तमाम कई दिग्गज और बड़े नेता हैं, जिनका राजनीतिक भविष्य भी इस चुनाव के परिणाम आने के बाद तय होगा। भले ही इस बार के चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले कम प्रत्याशी मैदान में थे। सोमवार को मतदान संपन्न होने के साथ ही सभी प्रत्याशियों का भविष्य भी ईवीएम में कैद हो गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा से 2017 में नजदीकी मुकाबले में जीते थे। इस बार बतौर मुख्यमंत्री उनके नेतृत्व में भाजपा ने चुनाव लड़ा है। अब दस मार्च को नतीजे आने के बाद तय होगा कि धामी का राजनीतिक भविष्य कैसा बदलाव लाएगा। वहीं लालकुआं से कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भविष्य भी ईवीएम में कैद हो गया है। 2017 के चुनाव में वह दोनों सीटों पर चुनाव हार गए थे। इस बार उनकी अगुवाई में चुनाव लड़ा गया है। अब उनकी अपनी जीत और पार्टी की जीत पर उनका भविष्य भी काफी हद तक निर्भर करेगा।