टिहरी झील के किनारे जान जोखिम में डालकर ग्रामीणों का धरना शुरू, उग्र आंदोलन की दी चेतावनी। जानें क्यों?
टिहरी से बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि टिहरी बांध से प्रभावित भल्डगांव के लोग टिहरी झील के किनारे अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। उनकी एक ही मांग है पुनर्वास। ग्रामीणों ने टीएचडीसी और पुनर्वास विभाग पर ग्रामीण पुनर्वास न होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में महसूस हुए भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 3.2 रही तीव्रता..
बता दें कि ग्रामीण टिहरी बांध परियोजना और पुनर्वास विभाग से विस्थापन की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन 20 सालों से ग्रामीणों का विस्थापन नहीं हो पाया है। टिहरी बांध की झील के कारण भल्डगांव और बधानगांव की जमीनों में लगातार भूस्खलन और मकानों में दरार पड़ रही है। इससे ग्रामीण डरे और सहमे हुए हैं। वहीं पुनर्वास की मांग को लेकर भल्डगांव के ग्रामीण झील के किनारे खड़ी पहाड़ी पर जान जोखिम में डालकर धरने पर बैठ गए हैं।
यह भी पढ़ेंः महापंचायतः डोईवाला में बनने जा रही टाउनशिप का लोगों ने किया विरोध, कहा- एक इंच भी नहीं देंगे जमीन…
वहीं बताया जा रहा है कि ग्रामीणों का कहना है जब तक गांव का विस्थापन नहीं होता है, तब तक धरना जारी रहेगा, क्योंकि टिहरी बांध की झील में ग्रामीणों की जमीनें डूब गई हैं। उन्होंने टीएचडीसी और पुनर्वास विभाग पर भल्डगांव का उपेक्षा करने का आरोप लगाया है। पुनर्वास न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।
यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड क्राइमः प्रेमी को सांप से कटवाने वाली जहरीली हसीना गिरफ्तार, उगलेगी सभी राज..