निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखंड शीर्ष पहाड़ी राज्य, देश में पाया नौवां स्थान..

0
Uttarakhand-State-Hillvani-News

Uttarakhand-State-Hillvani-News

उत्तराखंड ने निर्यात तैयारी सूचकांक में ऊंची छलांग लगाई है। प्रदेश ने इस वर्ष आठ स्थान ऊपर आते हुए 59.13 अंकों के साथ पूरे देश में नौवां स्थान हासिल किया है। वर्ष 2021 के सूचकांक में उत्तराखंड 17 वें स्थान पर था। हिमालयी राज्यों में उत्तराखंड ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए इसे राज्य सरकार के समेकित प्रयास का प्रतिफल बताया है। केंद्र सरकार हर वर्ष सभी राज्यों की निर्यात के क्षेत्र में की जा रही तैयारियों को देखते हुए उन्हें अंक प्रदान करती है। इसका उद्देश्य निर्यात की चुनौतियों और अवसरों की पहचान करना, सरकारी नीतियों की प्रभावशीलता को बढ़ाना तथा निर्यात के लिए एक सुविधाजनक नियामक ढांचे को प्रोत्साहित करना है। यह सूचकांक प्रत्येक राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की जांच कर निर्यात क्षमता के आधार पर तैयार किया जाता है।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः आज भारी वर्षा का दौर रहेगा जारी। कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट, बाकी के लिए भी चेतावनी..

उत्तराखंड निर्यात नीति का मसौदा तैयार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि निर्यात अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए राज्य सरकार ने बीते कुछ वर्षों में काफी प्रगति की है। राज्य में विश्व स्तरीय एकीकृत औद्योगिक आस्थान विकसित किया गया है। पंतनगर और काशीपुर में आईसीडीएस और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क बनाए गए हैं। देहरादून और पंतनगर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डे बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में सड़क संपर्क में काफी सुधार हुआ है। एरोमा पार्क, इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर, फार्मा सिटी व प्लास्टिक पार्क विकसित किए जा रहे हैं। राज्य में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड निर्यात नीति का मसौदा तैयार किया गया है। निर्यात के लिए एक जिला, दो उत्पाद की पहचान की गई है।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंडः खेलों में पदक लाओ.. पुलिस व वन विभाग में सीधे नौकरी पाओ। प्रस्ताव तैयार..

उत्तराखंड कर रहा बेहतर प्रदर्शन
निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कृषि व बागवानी, स्वास्थ्य और आयुष, फार्मास्यूटिकल्स, आटोमोबाइल, पर्यटन और आतिथ्य, हथकरघा और हस्तशिल्प व शैक्षिक सेवा क्षेत्र की पहचान की गई है। उत्तराखंड अपनी गतिशक्ति योजना भी तैयार कर रहा है। इसका उद्देश्य निवेश का माहौल तैयार करना है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार ने दिल्ली और एनसीआर के बीच यात्रा के समय को कम करने के लिए सक्रिय पहल की है। इससे राज्य के निर्यात में प्रभावी वृद्धि होगी। सचिव उद्योग विनय शंकर पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्यात के लिए लगातार बनाई जा रही योजनाओं के चलते उत्तराखंड का प्रदर्शन बेहतर हो रहा है।

यह भी पढ़ेंः घर की छत पर लगवा लें सोलर पैनल, मिलेगी दोगुनी सब्सिडी, नहीं आएगा बिजली बिल! पढ़ें क्या है योजना..

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X