UKSSSC की परीक्षा के बाद पेपर लीक की फैली अफवाह, मचा हड़कंप, STF ने 2 भाइयों से की 3 घंटे पूछताछ..
रविवार को स्नातक स्तरीय परीक्षा का पेपर लीक होने की अफवाह से एक बार फिर हड़कंप मच गया। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष व सचिव भी सक्रिय हो गए। मामला उत्तराखंड पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के पास पहुंचा तो दो भाइयों को तत्काल पूछताछ के लिए तलब किया गया। करीब तीन घंटे पूछताछ के बाद पता चला कि मामला पेपर लीक नहीं बल्कि नौकरी के नाम पर ठगी का है। ऐसे में एसटीएफ ने मामला नेहरू कालोनी को सौंप दिया है। दूसरी ओर यूकेएसएसएससी के अधिकारियों ने भी गंभीरता से जांच करने के लिए पुलिस को पत्र लिखा है।
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बता दें कि UKSSSC की ओर से रविवार को स्नातक स्तरीय 916 पदों के लिए भर्ती परीक्षा कराई गई। परीक्षा 11 से एक बजे के बीच हुई। इसी बीच अफवाह फैली कि एसटीएफ ने दो युवकों को पेपर लीक के संबंध में गिरफ्तार किया है। इनसे घंटों पूछताछ की गई है। एसटीएफ ने जब दोनों युवकों से पूछताछ की तो पता चला कि मामला नेहरू कालोनी थाने में कुछ दिन पहले आई एक ठगी की शिकायत से संबंधित है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तरकाशी के दो युवक दिल्ली में रहकर पढ़ाई करते हैं। उन्होंने नेहरू कालोनी क्षेत्र में रहने वाले एक जेई के भाई से नौकरी के नाम पर लाखों रुपये लिए थे। यह सिलसिला 2019 से जारी था। पता चला कि उन्होंने सिर्फ इसी युवक से नहीं, बल्कि अन्य युवकों से भी करीब एक करोड़ रुपये नौकरी के नाम पर लिए हैं।
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बताया जा रहा दोनों भाई हाकम सिंह के भी करीबी
एसटीएफ ने दो भाइयों व शिकायतकर्ता युवक को कार्यालय में बुलाया
नेहरू कालोनी थाना पुलिस अभी इस मामले की जांच ही कर रही थी कि प्रकरण एसटीएफ के संज्ञान में आ गया। एसटीएफ ने रविवार को इन दोनों भाइयों और शिकायतकर्ता युवक को अपने कार्यालय में बुला लिया। बताया जा रहा है कि ये दोनों भाई हाकम सिंह के भी करीबी हैं। ऐसे में यह मामला और भी गंभीर हो गया। शक था कि इन दोनों का नाम भी किसी परीक्षा के पेपर लीक में हो सकता है। एसटीएफ ने इन दोनों से कार्यालय में तीन घंटे तक पूछताछ की लेकिन, मामला केवल ठगी का निकला। इसके बाद इस मामले को नेहरू कालोनी थाने को सौंप दिया गया।
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जुए में उड़ा दी सारी रकम
थानाध्यक्ष लोकेंद्र बहुगुणा ने बताया कि शिकायत करने वाले युवक ने मुकदमा दर्ज कराने से फिलहाल मना किया है। इस मामले में भी विधिक राय ली जा रही है। यदि उच्चाधिकारियों ने कोई निर्देश दिया तो मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा। पूछताछ में पता चला कि ये दोनों युवक वर्ष 2019 से इस तरह की ठगी कर रहे थे, लेकिन जब इनसे पैसों के बारे में पूछा गया तो पता चला कि उन्होंने यह सारी रकम जुए में उड़ा दी है। अब उनके पास लौटाने के लिए पैसे नहीं हैं। उनके परिवार वाले भी शिकायतकर्ता के संपर्क में हैं। वह पैसे लौटाने की बात कर रहे हैं। एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल के अनुसार, पेपर लीक को लेकर एक सूचना मिली थी, जिसके बाद दो युवकों को पूछताछ की गई। बाद में पता चला कि मामला पेपर लीक नहीं, बल्कि ठगी का है। इसकी जांच पहले से नेहरू कालोनी थाना पुलिस कर रही है।
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