उत्तराखंडः पहाड़ से लेकर मैदान तक सड़कों पर उतरे हजारों डॉक्टर..

0

कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्‍टर के साथ रेप और मर्डर (Doctor Rape-Murder) की वारदात के बाद देश में जबरदस्‍त गुस्‍सा दिखा। इस हत्‍या से डॉक्‍टरों में भी रोष है। डॉक्‍टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर देश भर के डॉक्‍टर आज हड़ताल (Doctors Strike) पर रहे। इंडियन मेडिकल ऐसोसिएशन ने आज 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था, जिसके चलते यह हड़ताल सुबह 6 बजे शुरू हुई और रविवार सुबह 6 बजे तक चलेगी। इस हड़ताल के कारण मरीजों को काफी परेशानी भी हुई। इस बीच केंद सरकार ने आंदोलनकारी डॉक्‍टरों से जनहित में काम पर लौटने का अनुरोध किया था, हालांकि आंदोलनकारी डॉक्‍टरों ने सरकार के प्रस्‍ताव को खारिज कर दिया था।

यह भी पढ़ेंः Uttarakhand: विधानसभा सत्र में पेश होगा अनुपूरक बजट, कैबिनेट बैठक में लिए गए कई अहम फैसले…

सड़कों पर उतरे धरती के ‘भगवान’
वहीं उत्तराखंड में भी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म व हत्या के विरोध में डॉक्टर 24 घंटे का कार्य बहिष्कार पर हैं। कुमाउं मंडल के नैनीताल, हल्द्वानी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, रानीखेत समेत सभी जिलों के अस्पतालों में ओपीडी की सेवाएं ठप हैं। हालांकि इमरजेंसी के लिए डॉक्टरों की सेवाएं यथावत हैं। कुमाऊं के हल्द्वानी में भी सरकारी व निजी अस्पतालों के डॉक्टर सड़क पर उतरे और जुलूस निकाला। वहीं गढ़वाल क्षेत्र के हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश, श्रीनगर, चमोली, उत्तकाशी समेत सभी जिलों के अस्पतालों में भी ओपीडी की सेवाएं ठप रही। हालांकि यहां भी इमरजेंसी, पोस्टमार्टम व वीआईपी ड्यूटी के लिए डॉक्टरों की सेवाएं यथावत हैं। डॉक्टरों के कार्य बहिष्कार करने के चलते मरीजों को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।

यह भी पढ़ेंः उत्तराखंड में राज्य स्थापना दिवस से पहले लागू हो जाएगा Uniform Civil Code- सीएम धामी

Rate this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिलवाणी में आपका स्वागत है |

X